प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रश्नकाल के दौरान कुछ कैबिनेट मंत्रियों की गैर-मौजूदगी पर नाराजगी जताई. सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने बुधवार शाम केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संसद के दोनों सदनों में प्रश्नकाल के दौरान कुछ मंत्रियों की गैर-मौजूदगी पर नाराजगी जताते हुए सख्त हिदायत दी. उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि मंत्री संसद के दोनों सदनों में मौजूद रहें, खासकर प्रश्नकाल के दौरान.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों से कहा कि प्रश्नकाल संसदीय कार्यवाही का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि इस दौरान सार्वजनिक हित में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को देश की जनता के सामने रखने का मौका मिलता है. प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए सवालों का केंद्रीय मंत्री जवाब देते हैं और सरकार के महत्वपूर्ण फैसलों को जनता के सामने रखते हैं.
स्थायी समिति के सदस्य सांसदों को भी हिदायत
पीएम मोदी के साथ ही राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू भी मंत्रियों और सांसदों की गैर-मौजूदगी पर सख्त हो गए हैं. वेंकैया नायडू ने सभी सांसदों को स्थायी समिति की बैठकों में नियमित रूप से हिस्सा लेने के लिए कहा है. यदि कोई भी सांसद स्थायी समिति की दो बैठकों में लगातार शामिल नहीं होता है, तो उसे समिति से हटा दिया जा सकता है. बैठक में अगर कोई सांसद किसी कारणवश शामिल होने में असमर्थ हैं तो उसके लिए उन्हें समिति के अध्यक्ष को पहलें बताना चाहिए.
राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने सभी सांसदों को कहा है कि स्टैंडिंग कमेटी और सेलेक्ट कमेटी की बैठकों को गंभीरता से लें और उपस्थित रहे. कमेटी के चेयरमैन सदन में रिपोर्ट रखते वक्त रिपोर्ट के साथ ये भी जानकारी दें कि किस सदस्य ने कितनी बैठक अटैंड की है. बिना ठोस वजह बताए अगर कोई सदस्य कमेटी की लगातार दो बैठकों में गैर हाजिर रहता है तो उसको उस कमेटी से हटाने का नियम है. अब इस नियम का कड़ाई से पालन होगा और ऐसे सांसदों को उस कमेटी से हटा दिया जाएगा.
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