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मोदी राज में भारत के नाम होगी सदी, 10 साल में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना संकट काल में भी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। डेलॉय के वैश्विक सीईओ पुनित रंजन ने कहा है कि भारत 2022 में तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होगी। इसकी वृद्धि दर 8-9 प्रतिशत रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि हालांकि कोरोना संक्रमण आर्थिक विकास के रास्ते में रोड़ा है, लेकिन भारत महामारी से निपट ले तो यह सदी उसके नाम होगी क्योंकि आर्थिक लय उसके पक्ष में है। डेलॉय सीईओ ने कहा कि भारत अगर कोरोना से निपट ले तो मुझे भरोसा है

 वह बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के विकास के मामले में दूसरों का नेतृत्व करेगा। खास बात है कि अगले 10 वर्षों में 6-7 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। आकार के मामले में यह दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं में तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। मजबूत निर्यात और बेहतर मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी की बदौलत भारत दिसंबर में लगातार दूसरे महीने उभरते बाजारों (Emerging Markets) की लीग तालिक में शीर्ष पर बना हुआ है। मिंट इमर्जिंग मार्केट ट्रैकर को सितंबर 2019 में लॉन्च किया गया था।  

मिंट इमर्जिंग मार्केट ट्रैकर के अनुसार कोरोना महामारी के कारण कुछ मोमेंटम खोने के बावजूद, दिसंबर में भारत में मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस एक्टिविटी सेक्टर में विस्तार हुआ और नए काम और उत्पादन की वृद्धि तेज रही। मिंट इमर्जिंग मार्केट ट्रैकर लीग तालिका में भारत की स्थिति का आकलन करने के लिए 10 बड़े उभरते बाजारों में 7 हाई-फ्रीक्वेंसी इंडिकेटर पर विचार करता है। मिंट इमर्जिंग मार्केट ट्रैकर के अनुसार उभरते बाजारों की लिस्ट में भारत 77 अंक के साथ शीर्ष स्थान पर बरकरार है

संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने भारत के कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम की तारीफ करते हुए भारत की विकास दर को दुनिया में सबसे तेज गति वाला बताया है। यूएन ने कहा कि वित्त वर्ष 2022 में भारत की विकास दर 6.7 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है, जो विश्व में सबसे तेज विकास दर होगी। यूएन ने वर्ल्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रोस्पेक्ट्स 2022 रिपोर्ट में कहा है कि वैश्विक विकास दर केवल चार प्रतिशत रहेगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि टीकाकरण की तेज रफ्तार, सरकारी मदद और अनुकूल राजकोषीय मजबूत राह पर है।

प्रधानमंत्री मोदी की अद्भुत नेतृत्व क्षमता और उनकी नीतियों पर न सिर्फ देशवासी बल्कि विदेशी निवेशक भी भरोसा करते हैं। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच टीकाकरण में तेजी और मोदी ने जिस तरह से मोर्चा संभाला है, उससे लोगों का भरोसा मजबूत हुआ है। आर्थिक गतिविधियां फिर से पटरी पर लौटने लगी हैं। इसी का असर है कि इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय  के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था के 2021-22 में 9.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है।