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Rakesh Sachan: पहले मुलायम फिर प्रियंका और अब BJP के करीबी हुए राकेश सचान… बिंदकी सीट से पत्नी को मिला टिकट

सुमित शर्मा, कानपुर: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav) से पहले नेताओं का एक दल से दूसरे दल में जाने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं पूर्व सांसद राकेश सचान ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। राकेश सचान पहले मुलायम सिंह के करीबी रहे, फिर प्रियंका गांधी के और अब वो बीजेपी के करीबी हो गए हैं। सियासी गलियारों में चर्चा चल रही थी कि राकेश सचान पत्नी के लिए बीजेपी से टिकट मांग रहे थे। गुरुवार को राकेश सचान ने बीजेपी ज्वॉइन कर ली। इसी बीच सोशल मीडिया पर बीजेपी की फर्जी लिस्ट जारी हो गई। इस लिस्ट में राकेश सचान की पत्नी को बिंदकी विधानसभा सीट से टिकट मिलने की बात कही गई है।

यूपी कांग्रेस कमेटी के महासचिव और फतेहपुर के पूर्व सांसद राकेश सचान ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन कर ली है। इससे कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पूर्व सांसद राकेश सचान 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा छोड़ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। कांग्रेस की टिकट पर फतेहपुर से लोकसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हे बीजेपी की साध्वी निरंजन ज्योति के सामने हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले पूर्व सांसद मुलायम सिंह के भी करीबी रह चुके हैं।

राजनीतिक गलियारों में ये है चर्चा
कानपुर और कानपुर-बुंदेलखंड में कई दिनों से चर्चा चल रही थी कि पूर्व सांसद राकेश सचान अपनी पत्नी के लिए कानपुर देहात की भोगनीपुर या फिर फतेहपुर की बिंदकी विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे हैं। चर्चा ये भी थी कि यदि पत्नी सीमा सचान का टिकट फाइनल हो जाएगा तो राकेश सचान कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन कर लेंगे, लेकिन कानपुर देहात की भोगनीपुर सीट गठबंधन के खाते में चली गई। बीजेपी की फर्जी वायरल लिस्ट में राकेश सचान की पत्नी का नाम अंकित है।

कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्रीय अध्यक्ष ने किया खंडन
कानपुर-बुंदेलखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह का कहना है कि हमारे पास बिंदकी विधानसभा की अधिकृत लिस्ट नहीं आई है। सोशल मीडिया पर जो लिस्ट चल रही है, इसके बारे जानकारी नहीं है। वहीं, कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी मोहित पांडेय का कहना है कि ये लिस्ट फर्जी है, हमारे ऑफिसियल वॉट्सऐप ग्रुप में बिंदकी विधानसभा सीट की लिस्ट नहीं आई है।

बिंदकी सीट बीएसपी की मानी जाती है
विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी के करन सिंह पटेल ने एसपी के रामेश्वर दयान को हराकर शानदार जीत दर्ज की थी। बीजेपी ने जीते हुए प्रत्याशी करन सिंह पटेल की टिकट काटे जाने की सूचना चल रही है। बिंदकी विधानसभा सीट वैसे तो बीएसपी की सीट मानी जाती है। बिंदकी विधानसभा सीट पर एसपी ने जीत का स्वाद नहीं चखा है। इस सीट पर बीते कई दशकों से बीएसपी और बीजेपी का राज रहा है।

राकेश ने सचान बीजेपी ज्वॉइन करने का किया था खंडन
पूर्व सांसद राकेश सचान कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन करने की अटकलें चल रही थीं। बीते 19 जनवरी को एनबीटी ऑनलाइन ने राकेश सचान से फोन पर बात की थी, जिसमें उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन करने की बातों का खंडन किया था। उन्होंने कहा था कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, मैं कांग्रेस का सच्चा सिपाही हूं। मेरे खिलाफ इस तरह की अफवाह उड़ाई जा रही है कि मैं पार्टी छोड़कर जा रहा हूं, ये विपक्षियों की साजिश है, मैं कहीं नहीं जा रहा हूं।

राकेश सचान का राजनीतिक करियर
राकेश सचान 1993 और 2002 में घाटमपुर विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। शिवपाल सिंह यादव के कहने पर मुलायम सिंह ने राकेश सचान को 2009 में फतेहपुर लोकसभा सीट से कैंडिडेट बनाया गया था। राकेश सचान ने बसपा के महेंद्र प्रसाद निषाद को लगभग एक लाख वोटों से हराया था। इस जीत के बाद राकेश सचान मुलायम सिंह और शिवपाल सिंह के बेहद करीबी बन गए थे। राकेश सचान के पास कुर्मी बाहुल वोटरों का जनाधार है।

इसलिए छोड़ी थी एसपी
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले सपा-बसपा के बीच गठबंधन हुआ था, जिसमें फतेहपुर लोकसभा सीट बसपा के खाते में चली गई थी। जिसकी वजह से पूर्व सांसद राकेश सचान नाराज थे। पूर्व सांसद ने एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी बात की थी, लेकिन उन्हें किसी प्रकार का ठोस अश्वासन नहीं मिला था। जिसकी वहज से उन्होने एसपी छोड़ दी थी।