मध्यप्रदेश की पूर्व बीजेपी सरकार यानी एक ही नाम “शिव राज” … पूर्व सीएम शिवराज एक बार फिर दिक्कत में पड़ने वाले हैं। दरअसल जब से प्रदेश की कमान कांग्रेस के हाथो में आई है तभी से शिवराज शासन में हुए घोटालों से पर्दे उठाना शुरू हो चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज के कार्यकाल में व्यापम घोटाला, ई टेंडरिंग, और न जानें कितने घोटाले अब तक सामने आ चुके हैं।
अब कमलनाथ सरकार बीजेपी के दिग्गज नेता शिवराज पर बड़ी कार्यवाही करने जा रहीं हैं। अब नहरों और सिंचाई के ठेकों को लेकर सरकार ने जांच करवाने का फैसला लिया हैं। शिवराज सिंह सरकार के कार्यकाल के दौरान नहरों और सिंचाई के ठेकों को 10 फिसदी कम रेट पर दिए जाने को लेकर सरकार जांच करवा रही हैं। गौरतलब है कि हर निर्माण कार्य या परियोजना के टेंडर के लिए सरकार की ओर से बेस रेट तय किया जाता हैं। इसी के आधार पर निलामी की प्रक्रिया पूरी की जाती हैं। लेकिन पिछले 15 साल में सैकड़ों ऐसे ठेके हुए हैं, जिनमें ठेकेदारों को अनुमानित लागत से 10 फिसदी कम कीमत पर टेंडर दे दिया गया हैं।
बता दे की शिवराज सरकार के कार्यकाल के दौरान सिंचाई परियोजनाओं में करोड़ों रुपए की गड़बड़ी का खुलासा हुआ था। इसके बाद शिवराज सिंह सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। लेकिन कुछ समय बाद जांच कार्रवाई में ढील दे दी गई। लेकिन अब कमलनाथ सरकार ने एक बार फिर जांच कार्रवाई शुरू कर दी हैं। दरअसल कमलनाथ सरकार ने समीक्षा में पाया है कि इन ठेकों के काम और भुगतान का ब्योरा फाइलों में नहीं हैं। जिसके चलते सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
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