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राष्ट्रभक्ति से बड़ी कोई भक्ति नहीं और राष्ट्रहित से बड़ा कोई हित नहीं : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 जनवरी को दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड में राष्ट्रीय कैडेट कोर की रैली को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इस समय देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। जब युवा देश इस तरह के अवसर का साक्षी बनता है तो उसके उत्सव में एक अलग ही उत्साह दिखता है, यही उत्साह मैं करियप्पा ग्राउंड में भी मैंने देखा। मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में जो कार्य हुए वे आगे भी होते रहें, इसका ​दारोमदार युवाओं पर है।

उन्होंने कहा कि आपको ही 2047 तक देश को आन बान शान के साथ आगे ले जाना है। अपने संबोधन के दौरान पीएम ने कहा कि आपके संकल्प, उन संकल्पों की सिद्धि, भारत की सिद्धि होगी, भारत की सफलता होगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रभक्ति से बड़ी कोई भक्ति नहीं होती, राष्ट्रहित से बड़ा कोई हित नहीं होता।देश को सर्वोपरि रखते हुए, आप जो भी करेंगे, वो देश के विकास में मदद करेगा। आज हमारे युवाओं ने भारत को स्टार्ट-अप की दुनिया में टॉप तीन में पहुंचा दिया है। कोरोना के इस संकट काल में जितने यूनिकॉर्न बने हैं,

अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आज जब देश नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहा है, तब देश में एनसीसी को मजबूत करने के लिए भी हमारे प्रयास जारी हैं। इसके लिए देश में एक हाई लेवेल रिव्यू कमेटी की स्थापना की गई है। पिछले दो सालों में हमने देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में 1 लाख नए कैडेट्स बनाए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि एनसीसी कैडेट्स की ट्रेनिंग में सिमुलेशन जैसी आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी बढ़ रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि ताकत ऐसी हो कि कठिन से कठिन परिस्थिति का भी हंसकर, डटकर मुकाबला कर सकें। आज मां भारती, भारत के युवाओं से यही आह्वान कर रही है।  उन्होंने कहा कि आने वाले 25 साल का अमृतकाल, देशभक्ति के ज्वार का है। और आज चुनौती इस बात की नहीं है कि दुनिया में कोई इसे स्वीकार करेगा या नहीं। आज महत्व इस बात का है कि जब दुनिया भारत को इतनी उम्मीदों के साथ देख रही है, इतने भरोसे के साथ देख रही है,

देश ने दुनिया को दिखाई अपनी समाज शक्ति, कोरोना के इस काल ने पूरी दुनिया को हम भारतीयों के अनुशासन, हम भारतीयों की समाज शक्ति का परिचय दिया है। जब जनता कर्फ्यू के दौरान पूरा देश कोरोना से लड़ने के लिए एकजुट हो गया, तो पूरा विश्व हैरान रह गया था। कुछ लोग हमारे समाज को कोसते हैं लेकिन इसी समाज ने दिखा दिया कि जब बात देश की हो, तो उससे बढ़कर कुछ नहीं। जो अभियान शुरू किए हैं, वो निरंतर नई ऊर्जा पाते रहें, इसका बहुत बड़ा दायित्व कोटि-कोटि नव जवानों पर है।