Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Nida Khan: PM मोदी के तीन तलाक कानून से प्रेरित निदा खान के सहारे BJP की मुस्लिमों को साधने की कोशिश… 143 सीटों पर है असर

अभय सिंह राठौर, लखनऊ: उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav 2022) को जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। इसको लेकर बीजेपी केंद्र और यूपी सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचा रही है। वहीं, मुस्लिम समुदाय (Muslim Voter) को अपने पाले में लाने की भी बीजेपी पूरी कोशिश कर रही है। इसी क्रम में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के तीन तलाक कानून से प्रेरित होकर मुस्लिम महिलाएं भी बीजेपी की ओर आकर्षित हो रही हैं। ऐसी ही एक बरेली की तलाक पीड़िता निदा खान (Nida Khan) ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने निदा खान समेत कई नेताओं को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई।

निदा खान ने बीजेपी की तारीफ की
निदा खान ने बीजेपी जॉइन करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार में मुस्लिम महिलाएं सुरक्षित हैं। तीन तलाक (triple talaq) का मुद्दा भारतीय जनता पार्टी को सपोर्ट करने का एक महत्वपूर्ण कारण था। निदा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने तीन तलाक पर कानून बनाकर महिलाओं को जो सुरक्षा दी है, वह इस बार चुनाव में एक बड़ा मुद्दा होगा। मौलाना तौकीर रजा की बहू निदा खान खुद भी तीन तलाक की पीड़िता हैं।

तीन तलाक का मुस्लिम महिलाओं पर बड़ा असर
देश में ऐसा पहली बार हुआ था, जब किसी पार्टी ने मुस्लिम समाज की नहीं, बल्कि उस समाज की औरतों की बात की थी, जब नरेंद्र मोदी सरकार तीन तलाक कानून लेकर आई तो कई मुस्लिम महिला संगठनों ने इसका खुलकर स्वागत करते हुए इस कानून को सराहा था। जानकारी के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनाव में जिस तरह से मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भी बीजेपी को वोट पड़े, उसमें अधिकतर वोट मुस्लिम महिलाओं के थे, जिसके पीछे का कारण तीन तलाक कानून ही माना जा रहा है।

वहीं, बीजेपी इस बार के विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे को भुनाने में जुटी है। माना जा रहा है 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह 2022 विधानसभा चुनाव में मुस्मिल समुदाय की महिलाओं का भारतीय जनता पार्टी को समर्थन मिल सकता है। हालांकि, बीजेपी ने अभी तक किसी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है, लेकिन अगर निदा खान ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की और बीजेपी आलाकमान ने अपनी सहमति दी तो निदा खान बीजेपी की पहली उम्मीदवार बन सकती हैं।

143 के करीब सीटों पर मुस्लिम आबादी का असर
उत्तर प्रदेश में 20 फीसदी के करीब मुस्लिम समुदाय के वोटर हैं। प्रदेश की 143 सीटें ऐसी हैं, जिन पर इस समुदाय का असर है। एक जानकारी के मुताबिक, यूपी में करीब 70 सीटें तो ऐसी हैं, जहां मुस्लिम आबादी 20 से 30 फीसदी के बीच है और लगभग 43 सीटों पर 30% से ज्यादा मुस्लिम आबादी है। वहीं, 35 से ज्यादा सीटें ऐसी है, जहां पर मुस्लिम प्रत्याशी अपने दम पर जीत हासिल कर सकते हैं, जबकि 107 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां मुसलमान वोटर हार या जीत तय कर सकते हैं।