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UP का पहला चरण: पांच सबसे दागी प्रत्याशियों में किसी पर 38 तो किसी पर 32 मामले, सपा के 75 फीसदी उम्मीदवारों पर मुकदमे

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उत्तर प्रदेश की 58 सीटों पर पहले चरण का चुनाव 10 फरवरी को होना है। इसके लिए 623 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से 615 उम्मीदवारों के हलफनामे के एडीआर ने पड़ताल की है। इनमें 25% यानी 156 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। 121 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनपर गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं।

12 प्रत्याशियों के ऊपर महिलाओं के साथ अत्याचार के मामले दर्ज हैं। इनमें से एक उम्मीदवार पर रेप का मुकदमा भी चल रहा है। छह प्रत्याशियों पर हत्या का मामला दर्ज है, जबकि 30 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनपर हत्या के प्रयास का आरोप लगा है। पहले चरण में 58 में से 31 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जिन्हें संवेदनशील माना गया है, मतलब यहां तीन या इससे अधिक उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
1. अतुल प्रधान (समाजवादी पार्टी) : मेरठ की सरधना सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अतुल प्रधान पर सबसे ज्यादा 38 मामले दर्ज हैं। 105 आईपीसी की धाराएं लगी हुई हैं, इनमें 26 गंभीर धाराएं हैं। अतुल पर दंगा भड़काने, हत्या की कोशिश, सरकारी कामकाज में बाधा डालने, घर जलाने, तोड़फोड़ करने, लूटपाट करने, शांति भंग जैसे कई आरोप हैं।

2. योगेश वर्मा (समाजवादी पार्टी) : सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले टॉप-5 प्रत्याशियों में दूसरे नंबर पर मेरठ के हस्तिनापुर सुरक्षित सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार योगेश वर्मा हैं। इन पर 32 आपराधिक मामले दर्ज हैं। योगेश पर आईपीसी की 145 धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं, इनमें 71 गंभीर धाराएं हैं। सबसे ज्यादा 15 मामले जान से मारने की धमकी देने, 13 मामले हत्या के प्रयास, सात मामले डकैती-लूट, पांच मामले सरकारी कामकाज में बाधा डालने से जुड़े हैं। योगेश पर महिला के साथ अभद्रता करने का भी आरोप लगा है। इसके अलावा संक्रमण फैलाने का भी मामला योगेश पर चल रहा है।

3. मनिंदर पाल (भारतीय जनता पार्टी) : मेरठ के सिवालखास से भाजपा के उम्मीदवार मनिंदर पाल अपराधिक छवि वाले प्रत्याशियों की सूची में तीसरे नंबर पर आते हैं। मनिंदर पर कुल 18 मामले दर्ज हैं। इनमें आईपीसी की 36 धाराओं में मुकदमे  हैं। एडीआर के मुताबिक पाल पर सबसे ज्यादा धोखाधड़ी के 18 केस हैं।

4. नाहिद हसन (समाजवादी पार्टी) : शामली के कैराना से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नाहिद हसन सबसे ज्यादा अपराधिक छवि वाले प्रत्याशियों की सूची में पांचवे नंबर पर आते हैं। नाहिद पर कुल 16 मामले दर्ज हैं। आईपीसी की कुल 65 धाराएं लगी हुई हैं। इनमें 23 धाराएं गंभीर आरोपों की हैं। नाहिद पर धोखाधड़ी, दंगा भड़काने, धर्म के नाम पर लोगों को भड़काने का आरोप, किडनैपिंग, जान से मारने की कोशिश, फर्जीवाड़ा करने जैसे आरोप लगे हैं।

5. अमित जानी: सिवालखास से चुनाव लड़ रहे अमित पर 14 केस दर्ज हैं।  वो इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर हैं। उनके ऊपर घूस, लोगों को भड़काने जैसे मामले दर्ज हैं। अमित शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में रहे हैं। इस चुनाव में ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

रालोद उम्मीदवार पर दुष्कर्म का भी केस
बुलंदशहर से रालोद उम्मीदवार मोहम्मद यूनुस पर दुष्कर्म का एक मामला है। 156 आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों में अकेले यूनुस ने खुद पर दुष्कर्म का मामला दर्ज होने की जानकारी दी है। यूनुस पर कुल छह मुकदमे दर्ज हैं। उन पर कुल 20 अलग-अलग धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 7 केस गंभीर धाराओं के हैं।
छह प्रत्याशियों पर हत्या का मामला चल रहा है। इनमें दो समाजवादी पार्टी, दो एआईएमआईएम जबकि एक-एक आजाद समाज पार्टी कांशीराम और जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी शामिल हैं।

1.भूपेंद्र सिंह : मेरठ के सिवालखास से आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रत्याशी भूपेंद्र सिंह पर हत्या से जुड़े तीन मामले दर्ज हैं।
2. देवेंद्र अग्रवाल : मथुरा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी देवेंद्र अग्रवाल पर भी हत्या का मामला दर्ज है।
3. अमरपाल : गाजियाबाद के साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अमरपाल पर हत्या का मामला दर्ज है।
4. आरिफ : हापुड़ के धौलाना विधानसभा क्षेत्र से एआईएमआईएम के प्रत्याशी आरिफ पर भी हत्या का मामला चल रहा है। आरिफ पर कुल चार मुकदमे दर्ज हैं।
5. नाजिम : हापुड़ के ही धौलाना सीट से जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी नाजिम पर हत्या का मामला दर्ज है। नाजिम पर कुल दो केस हैं।
6. मनमोहन झा : गाजियाबाद के साहिबाबाद सीट से एआईएमआईएम के प्रत्याशी मनमोहन झा पर कुल दो मामले चल रहे हैं। इनमें एक हत्या का केस भी है।