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Veer Singh Patel: ददुआ के बेटे ने फिर किया चुनाव लड़ने का ऐलान, सपा का टिकट शुक्रवार को लौटा दिया था

चित्रकूट: बुंदेलखंड के दुर्दांत डकैत शिव कुमार पटेल उर्फ ददुआ (Dadua) के पुत्र एवं समाजवादी पार्टी से चित्रकूट जिले की मानिकपुर विधानसभा से प्रत्याशी वीर सिंह पटेल के चुनाव न लड़ने के निर्णय ने जहां क्षेत्रवासियों को मायूस कर दिया था तो वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव से वार्ता के बाद वीर सिंह पटेल ने रविवार देर शाम एक बार फिर से पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।

समाजवादी पार्टी ने यूपी के चित्रकूट जिले की सदर विधानसभा सीट से युवा किसान नेता एवं पूर्व डीडीसी अनिल प्रधान (पटेल) को और दस्यु ददुआ के पुत्र वीर सिंह पटेल को मानिकपुर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। शुक्रवार को सपा प्रत्याशी दस्यु ददुआ के पुत्र वीर सिंह पटेल ने चित्रकूट की मानिकपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर बुंदेलखंड की सियासत गरमा दी थी। वीर सिंह पटेल का मानना है कि वह जिले की सदर विधानसभा से विधायक रहे हैं। साथ ही इसी सीट से वह चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। अचानक पार्टी द्वारा चित्रकूट की बजाय मानिकपुर विधानसभा सीट से टिकट दे दिया गया। इतने कम समय में सियासी जमीन तैयार करना बड़ा मुश्किल है, इसलिए उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार किया था।

रविवार देर शाम सपा प्रत्याशी वीर सिंह पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि सपा मुखिया अखिलेश यादव से फोन पर वार्ता के बाद उन्होंने अपने निर्णय को बदल दिया है। अब वह पूरी ताकत के साथ जिले की मानिकपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने दावा किया कि पूरे प्रदेश में सपा की लहर है। चित्रकूट जिले की दोनों विधानसभा सीट से सपा की ऐतिहासिक जीत होगी और अखिलेश यादव के नेतृत्व में यूपी में सपा की सरकार बनेगी।

वर्ष 2007 में मारे गए डकैत ददुआ के पुत्र सपा प्रत्याशी वीर सिंह पटेल 2012 में जिले की सदर सीट से विधायक चुने जा चुके हैं। इससे पूर्व वह 2005 में पिता दस्यु ददुआ की हनक पर निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बने थे। वहीं, 2017 में इसी सीट से फिर चुनाव लड़े थे। उनको 63,430 वोट मिले थे और भाजपा के चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय से 26,936 मतों से चुनाव हार गए थे। इस बार भी वह इसी सीट से टिकट मांग रहे थे।

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