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UP Chunav 2022: अमेठी विधानसभा से भाजपा ने संजय सिंह को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा, राजा व ‘प्रजा’ आमने-सामने

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अमेठी: वीवीआईपी कहे जाने वाली अमेठी सीट पर भाजपा (BJP) को अपना प्रत्याशी उतारने में काफी पशोपेश में थी। इसलिए कि एक ओर उसकी विधायक व पहली रानी गरिमा सिंह थी, तो दूसरी ओर कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आई दूसरी रानी व पूर्व मंत्री अमीता सिंह। ऐसे में पार्टी ने बीच का रास्ता निकालकर दोनों के पति पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजय सिंह पर दांव चल दिया।

बता दें कि अमेठी विधान सभा 186 सीट पर सपा से जहां पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी प्रजापति चुनाव लड़ रही हैं। वहीं कांग्रेस ने अमेठी सीट से आशीष शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। 2017 के चुनाव में अमेठी से गरिमा सिंह ने गायत्री प्रजापति को हराकर जीत दर्ज कराई थी। लेकिन अगर बात की जाए जीत के अंतराल की तो केवल वह 5 हजार के आसपास का था। जबकि दूसरी रानी अमीता सिंह कांग्रेस के टिकट पर मैदान में थी, लेकिन उन्हें चौथा स्थान मिला था। इस चुनाव में जहां गरिमा सिंह को 64226 वोट मिले थे, वहीं गायत्री प्रसाद को 59161, अमीता सिंह को 20291 वोट मिले थे।

चुनाव के फौरन बाद से गायत्री रेप के मामले में जेल में हैं और नवंबर 2021 में उन्हें आजीवन कारावास की सजा हुई है। अब उनकी पत्नी मैदान में हैं और हर मंच से पति के लिए न्याय मांगते हुए वो और उनकी बेटियो की आंख छलक उठ रही जो असर अंदाज हो रही।
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ऐसा है कुछ अमेठी सीट का इतिहास
बता दें, 18 मई 1976 को अमेठी पहुंचे गांधी परिवार के पहले सदस्य संजय गांधी को लेकर अमेठी के विकास का खाका खीचने का काम डॉ. संजय सिंह की अगुवाई में हुआ था। वहीं अमेठी राजपरिवार ने इस सीट पर अब तक 8 बार विजय हासिल की है। 1951 रणंजय सिंह, 1969 रणंजय सिंह, 1974 रणंजय सिंह, 1989 डॉ. संजय सिंह, 1985 डॉ. संजय सिंह, 2002 अमिता सिंह, 2007 अमीता सिंह और 2017 में गरिमा सिंह ने जीत दर्ज की थी। लेकिन 2002 और 2007 में लगातार दो जीत के बाद उन्हें 2012 में पटकनी किसी ने दी तो वो उनके प्रजा के रूप में गायत्री प्रजापति ने। सपा के टिकट पर जहां गायत्री को 58434 मिले थे, वहीं कांग्रेस से अमीता सिंह को 49674 वोट पाकर संतोष करना पड़ा था।

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