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Editorial :- भारत को अस्थिर करने की पाकिस्तानी साजिश में कांगे्रस शामिल क्यों?

6 January 2020

अनुच्छेद ३७० को प्रजातांत्रिक तरीके से संविधान के अंतर्गत मोदी सरकार ने प्रभावहीन कर दिया। उस समय पाकिस्तान: ्रह्म्ह्लद्बष्द्यद्ग 370 से नाराज लोगों ने महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा तोड़ दी थी। क्या उस समय कांग्रेस, खालिस्तानियों और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह या सिद्धू ने पाकिस्तान के उस कदम का विरोध किया था?

१९८४ के सिक्ख नरसंहार को भुलाकर पंजाब ने पुन: कांंग्रेस पार्टी को सत्तारूढ़ कर दिया है। अभी सीएए का विरोध कांंग्रेस और वामपंथी     तथा कुछ अन्य विपक्षी दल कर रहे हैं।  मोदी सरकार के इस कदम से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान भी आहत हैं।

३७० धारा के संदर्भ में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति तोडऩे के उपरांत अब सीएए के विरोध ेमें पाकिस्तान स्थित गुरूनानक साहिब गुरूद्वारे पर हमला किया गया। ठीक गुरुद्वारे पर हमले के 48 घंटे के भीतर ही आज पाकिस्तान में एक सिक्ख युवक की हत्या कर दी गई है।

क्यों बोलती बंद है पाकिस्तान में छिपे खालिस्तानियों की? खालिस्तानी गोपाल चावला के साथ फोटो शेयर करने वाले और पाक आर्मी चीफ बाजवा के गले लगने वाले और पाक पीएम इमरान को यार-दिलदार कहने वाले नवजोत सिंह सिद्धूृ की बोलती बंद क्यों है?

कुछ समय पूर्व कश्मीरी-खालिस्तानी आतंकी गुटों को मिलाकर क्क्र्य ने बनाया था नया फ्रंट  ्य्यक्रस्न.

अब ३७० धारा निष्प्रभावी होने के उपरांत कश्मीर में तो मोदी सरकार विरोधी भारत के विपक्षी पार्टियों और इमरान खान की दाल नहीं गल रही है। वहॉ तो शांति कायम है।

परंतु अब खालिस्तानी आतंकी गुटों और कांग्रेस तथा उसके साथी दलों को मिलाकर पाक ने एक नया फ्रंट बनाया है। इसका एकमेव उद्देश्य  मोदी सरकार को हटाना है।       

सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निर्देश पर मणिशंकर अय्यर पाकिस्तान में गये थे। वहॉ के एक न्यूज चैनल में साक्षात्कार में उन्होंने मोदी सरकार को हटाने के लिये आईएसआई तक की सहायता मांगी थी।

उसी कड़ी में अब हम देख रहे हैं  कि सीएए नागरिकता कानून के विरोध मेें हिंसक प्रदर्शन सिमी और पीएफआई द्वारा कराये गये। पाकिस्तान ने उसमें फंडिंग की और आईएसआई का भी उसमें हाथ रहा, इसके सबूत यूपी पुलिस के पास हैं।

इसीलिये केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ठीक ही कहा है कि देश में अभी जो कांग्रेस पार्टी है, वह टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करने वाली पार्टी है।

जेएनयू में आज भी विद्यार्थियों के दो गुटों के बीच झड़प हुई है पथराव हुआ है। इसके पूर्व जेएनयू में राहुल गांधी के सिपहेसालार वामपंथियों के चहेते कन्हैय्या कुमार और उमर खालिद जिनके पिताजी सिमी में शामिल थे उनकी उपस्थिति में टुकड़े-टुकड़े गैंग ने नारे लगाये थे भारत की बर्बादी तक संघर्ष रहेगा जारी।

अब जो सीएए का विरोध हो रहा है , हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं और जो अभी पाकिस्तान सिक्खों के प्रति और अन्य अल्पसंख्यकों के ऊपर अत्याचार हो रहे हैं भारत की जनता को इस प्रकार की भारत विरोध गतिविधियों से सावधान रहने की आवश्यक्ता है।