Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

श्री भूपेश बघेल : बिलासपुर नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर और सभापति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री

Default Featured Image

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि बिलासपुर शहर का समुचित विकास किया जाएगा। यहां मूलभूत सुविधाओं के सभी कार्य होंगे, इन कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी। वे आज नगर निगम बिलासपुर के नवनिर्वाचित महापौर एवं सभापति के शपथ ग्रहण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डाॅ. शिवकुमार डहरिया एवं विधायक श्री मोहन मरकाम विशेष रूप से उपस्थित थे।
    मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि बड़े-बड़े पुल-पुलिया, बिल्डिंग बनाने से ही विकास नहीं होता, बल्कि व्यक्ति के लिये भरपूर भोजन, स्वास्थ्य खराब होने पर बेहतर इलाज, शिक्षा और रोजगार की व्यवस्था होनी चाहिये, ये कार्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि नगर में सभी निर्माण, विकास एवं नागरिक सुविधाओं के कार्य गुणवत्तापूर्ण होना चाहिये। आम नागरिकों  को कोई दिक्कत ना हो, सबका काम आसानी से हो, साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था और पेयजल की बेहतर व्यवस्था सहित विभिन्न कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बिलासपुर की जीवनदायिनी अरपा नदी मंे बारहों महीने पानी रहे, यह हमारा संकल्प है। पानी होगा तो अरपा का आशीर्वाद भी हमें मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ खेला पिठ्ठुल, बाटी (कंचा)

    मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जैसे ही समारोह स्थल पर पहुंचे अचानक वे मंच मंे जाने के बजाय सीधे उस स्थान पर गये, जहां छेरछेरा पर्व के अवसर पर स्कूली बच्चे उत्साह एवं उमंग के साथ पारंपरिक खेलों का आनंद लेते हुए नाच-गा रहे थे। मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ पिठ्ठुल खेला, कंचा, बाटी से निशाना लगाया और फुगड़ी, बिल्लस खेल रही बालिकाओं का उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर बच्चों का उत्साह दोगुना हो गया। मुख्यमंत्री ने बालिकाओं को अन्नदान कर छेरछेरा की रस्म अदा की।
    मुख्यमंत्री ने बच्चों तथा नागरिकों को छेरछेरा पर्व की बधाई देते हुए कहा कि यह एक ऐसा त्यौहार है जिसे नौजवान, सियान, नोनी सब अलग-अलग टोली मंे निकलकर लोगों के घरों से अन्नदान लेते हैं। इस त्यौहार के माध्यम से धन का संग्रहण कर उसे सामाजिक कार्यों में खर्च करने की परंपरा है। उन्होंने छेरछेरा पर्व के संबंध में प्राचीन मान्यताओं का भी जिक्र किया।