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Delhi Meerut Expressway: 309 करोड़ की लागत से तैयार होगा 4 लेन वाला दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे, कई पेड़ों की चढ़ेगी बली

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गाजियाबाद :दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण का काम काफी दिनों से अटका हुआ है। इसका टेंडर पहले ही हो गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण बढ़ने की वजह से एग्रीमेंट की प्रक्रिया रुकी हुई थी। कुछ महीने पहले एग्रीमेंट भी हो गया, लेकिन इसके बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया है। प्रोजेक्ट शुरू होने में सबसे बड़ी बाधा गाजियाबाद और मेरठ जिले में बड़ी संख्या में पेड़ों को काटा जाना है। खास बात ये है कि सभी पेड़ आम लोगों के हैं। उनकी सहमति के साथ ही वन विभाग से भी इन्हें काटने की अनुमति लेनी होगी। परमीशन के फेर में अभी मामला अटका हुआ है।

दूसरी तरफ एनएचएआई के डिप्टी प्रॉजेक्ट मैनेजर अनुपम ने बताया कि इसका एग्रीमेंट हो चुका है। पेड़ कटने के बाद ही इस पर काम शुरू करवाया जाएगा। मार्च के अंत तक हर हाल में काम शुरू करवाने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि पांचवां चरण मेरठ बुलंदशहर हाइवे के जाहिदपुर गांव से शुरू होकर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे में जैनुद्दीनपुर गांव के पास जुड़ जाएगा। जैनुद्दीनपुर काशी टोल के पास है पर गाजियाबाद की सीमा में पड़ता है। 14 किमी का यह हिस्सा 4 लेन का होगा। चूंकि यह एक्सप्रेस-वे होगा इसलिए बीच में इसमें कहीं प्रवेश व निकास नहीं होगा।

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दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य
अनुपम ने बताया कि इस प्रॉजेक्ट को दिसंबर 2023 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मेरठ के 9 और गाजियाबाद के 3 गांव की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। इस चरण में मेरठ के नंगला पातू, खानपुर, चंदसारा, सलेमपुर, ढिकोली, नरहाणा, शकरपुर, हाजीपुर, घोसीपुर हैं। वहीं, गाजियाबाद के जैनुददीनपुर, तलहेटा और चुड़ियाला गांव शामिल हैं।

हस्तिनापुर का सफर होगा सुहाना
डीएमई के मेरठ बुलंदशहर हाइवे से जुड़ने के बाद पर्यटकों के लिए हस्तिनापुर पहुंचना आसान हो जाएगा। अभी तक गाजियाबाद से हस्तिनापुर पहुंचने में करीब 3 घंटे लग जाते हैं। डीएमई के साथ लिंक होने से काफी टाइम बचेगा। गाजियाबाद, दिल्ली, नोएडा के लोगों की यहां आवाजाही रहती है।

जाम से मिलेगी राहत: शास्त्रीनगर से सीधे चढ़ेंगे एक्सप्रेसवे पर
इस हिस्से के शुरू हो जाने से मेरठ के शास्त्रीनगर, गंगानगर, गढ़ रोड पर स्थित कॉलोनियों को अब दिल्ली जाने के लिए दिल्ली रोड पर नहीं आना पड़ेगा। हापुड़ रोड स्थित लोहियानगर से 500 मीटर आगे से पांचवें चरण की शुरुआत हो जाएगी। इस पर सीधा वाहन चढ़कर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के जैनुद्दीनपुर पर पहुंच जाएंगे। इससे एक घंटे का समय बचेगा।

12 जिलों तक आवागमन होगा आसान
इसके तैयार होने बाद दिल्ली एनसीआर के लोगों का यूपी के 12 जिलों तक आना जाना आसान हो जाएगा। क्योंकि गंगा एक्सप्रेसवे हापुड़ रोड मेरठ के पास से निकल रहा है। दिल्ली-एनसीआर के व्यक्ति के लिए सीधे प्रयागराज तक जाना आसान हो जाएगा। साथ ही गंगा एक्सप्रेस 12 जिलों से होकर गुजरेगा। जिसमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज तक जाएगा। समय की बचत के साथ ही दूरी भी कम होने का दावा है। अभी प्रतापगढ़ जाने के लिए पहले यमुना और आगरा एक्सप्रेसवे के सहारे लखनऊ जाते है। फिर वहां से प्रतापगढ़ के लिए जाते है।