लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 अब अपने आखिरी मुकाम पर है। 7 मार्च को आखिरी चरण की वोटिंग के बाद मतगणना का कार्य होना है। 10 मार्च को होने वाली मतगणना को लेकर लखनऊ जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां आरंभ कर दी है। प्रशासन की ओर से तमाम राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को मतगणना कार्य को लेकर जानकारी दी गई। इसमें साफ किया गया कि काउंटिंग यानी मतों की गिनती का कार्य सुबह 8 बजे से शुरू होगा। इससे पहले तमाम काउंटिंग एजेंट को मतगणना केंद्र पर पहुंचना होगा। उन्हें मोबाइल लेकर जाने की मनाही होगी।
कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को मतगणना को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक प्रकाश की मौजूदगी में बैठक हुई। इसमें सभी नौ विधानसभा सीटों के प्रतिनिधि व उम्मीदवार शामिल हुए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 10 मार्च की सुबह छह बजे तक सभी काउंटिंग पार्टियां रमाबाई रैली स्थल स्थित मतगणना केंद्र पहुंच जाएंगी और आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू करवा दी जाएगी। सबसे पहले पोस्टल और सर्विस पोस्टल बैलेट की गिनती होगी। इस दौरान परिसर के 200 मीटर दायरे में वाहन लाने पर प्रतिबंध रहेगा। मौर्या इंटर कालेज और रैन बसेरे में गाड़ियों की पार्किंग होगी।
हर टेबल पर रहेंगे चार कर्मचारी
मतगणना के दौरान हर टेबल पर एक मतगणना पर्यवेक्षक, एक माइक्रो ऑब्जर्वर, एक मतगणना सहायक, एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मौजूद रहेगा। इसके साथ ही प्रत्याशी की तरफ से नियुक्त एजेंट को रहने की अनुमति दी जाएगी। जिले की सभी नौ विधानसभाओं सीटों के वोटों की गिनती के लिए कुल 126 टेबल लगाई गई हैं। इसके साथ ही 18 आरओ टेबल की व्यवस्था की गई है। पोस्टल बैलेट और सर्विस पोस्टल बैलेट की गिनती आरओ टेबल पर होगी।
मोबाइल पर प्रतिबंध
जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार मतगणना के दौरान कोई भी पार्टी कार्यकर्ता या प्रत्याशी मोबाइल सहित कोई दूसरी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस नहीं रख सकेंगे। आरओ टेबल पर कैलकुलेटर की व्यवस्था रहेगी। इसके साथ ही पार्टी एजेंटों को कैलकुलेटर लाने की अनुमति होगी। मतगणना के दौरान एजेंटों को अपनी टेबल छोड़कर इधर-उधर टहलने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही वोटों के मिलान के लिए रेंडमली पांच वीवीपैट मशीनों का चयन किया जाएगा। इनकी पर्चियों का मिलान ईवीएम के वोटों से करवाया जाएगा। यह काम मतगणना समाप्त होने के बाद किया जाएगा।
साढ़े 8 बजे तक ही मिलेगा प्रारंभिक रुझान
सुबह 8 बजे से मतों की गिनती का कार्य शुरू होने के आधे घंटे बाद ही प्रारंभिक रुझान मिल पाएंगे। दरअसल, इस बार कोरोना संकट के कारण बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं को भी पोस्टल बैलेट से वोटिंग की सुविधा दी गई। पहले सर्विस वोटरों का ही पोस्टल बैलेट होने से इनकी संख्या कम होती थी। इससे इनकी गिनती में 15 मिनट तक का समय लगता था। ऐसे में पहला रुझान 8.15 बजे तक मिल जाता था, लेकिन इस बार इसमें देरी होने की उम्मीद जताई जा रही है। पोस्टल बैलेट की गिनती के बाद ईवीएम से मतों की गिनती का कार्य शुरू होगा।
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