Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Shivkumar pareek: अटल के करीबी शिवकुमार पारीक का निधन, जिनकी मौजूदगी ने तय की थी राजनाथ सिंह की लखनऊ में जीत

लखनऊ: भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal vihari vajpayee) के निजी सचिव रहे शिवकुमार पारीक (Shivkumar pareek) का शनिवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। उत्तर प्रदेश के लखनऊ (Lucknow) को जितना स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि माना जाता है, उनता ही जुड़ाव शिवकुमार पारीक का भी लखनऊ से रहा। अटल बिहारी वाजपेयी लखनऊ सीट से लोकसभा (Lucknow Loksabha seat) पहुंचे और लंबे समय तक शिवकुमार पारीक ने लखनऊ को कभी भी वाजपेयी जी की कमी नहीं खलने दी। उन्होंने निजी सचिव के तौर पर लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी के संसदीय क्षेत्र का सारा काम संभालने के साथ ही अंतिम सांस तक उनकी सेवा की। यहां तक की राजनाथ सिंह (rajnath singh) के लिए भी बड़ी राजनीतिक भूमिका निभाई।

लखनऊ लोकसभा सीट पर अटल बिहारी वाजपेयी पांच बार सांसद चुने गए। लखनऊ में अटल जी का काम संभालते हुए शिवकुमार पारीक की राजनीतिक पकड़ भी बहुत गहरी मानी जाती थी। अटल जी का स्वास्थ्य खराब होने और राजनीति से दूरी बढ़ने पर राजनाथ सिंह ने उनकी परम्परागत लोकसभा सीट से 2014 में चुनाव लड़ने का मन बनाया। लेकिन इसके लिए लखनऊ को यह संदेश देना बहुत अहम था कि अटल जी खुद उन्हें इसके काबिल मानते हैं। चर्चा ये भी है कि इस मौके पर शिवकुमार पारीक सामने आए। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेजी की जगह लखनऊ में राजनाथ सिंह के साथ प्रेसवार्ता की। इसके मायने यह निकाले गए कि अब राजनाथ सिंह को अटल जी का पूरा सहयोग है।

जब शिवकुमार ने कहा, अनाथ हो गया हूं
शिवकुमार पारीक ने अटल बिहारी वजपेयी के निधन के बाद कहा था कि वह अब एक अनाथ हैं। परिवार के सदस्यों के अतिरिक्त वह एकलौते ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें अटल जी की अंत्योष्टि के समय चिता के करीब जाने दिया गया था। शिवकुमार ने कई दशकों तक वाजपेयी का साथ दिया। माना जाता है कि भारतीय जनसंघ के दौर से दोनों एक दूसरे को जानते थे और राजनीतिक उतार-चढ़ाव का भी सामना किया।

अटल जी ने कह दी थी हार की बात
एक दौर ऐसा था जब अटल बिहारी वाजपेयी अपनी हर बात शिवकुमार से खुलकर साझा कर लेते थे। शिवकुमार ने खुद बताया था कि 2004 में कहा अटल जी ने मतदान से पहले सरकार जाने की बात कह दी थी। उन्होंने साफ कहा कि हम लोग हार रहे हैं।

शिवकुमार पारीक और स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी एक साथ