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यूपी: एक की लापरवाही, दूसरे की नासमझी, दे गई जीवन भर की खामोशी, ट्रक की टक्कर से एक ही परिवार के चार लोगों की हुई थी मौत

सड़क पर वाहन चलाते समय जल्दबाजी में हुई छोटी सी भूल किसी की भी जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। हादसों में अपनों को गंवाने वाले दर्द बयां करते समय यही अपील करते हैं कि ट्रैफिक नियमों का पालन जरूर करें। किसी को खोने का दर्द जीवन भर रहता है।

हसनगंज के एक परिवार का दर्द भी ऐसा ही है। कार से उतरे चार व्यापारियों को ट्रक ने रौंद दिया था। उनका कहना है कि जो दर्द हमने झेला, वो आपको न सहना पड़े। इसलिए सतर्क रहें। सड़क पर वाहन से उतरते समय इधर-उधर जरूर देखें। इसके अलावा अपरिपक्व चालक भारी भरकम वाहन लेकर लोगों की जिंदगी रौंदते जा रहे हैं। पुलिस प्रशासन को अप्रशिक्षित ट्रक चालकों पर भी लगाम कसने की जरूरत है।

अमरूद खरीदने कार से उतरे थे, ट्रक बन गया काल
हसनगंज के चार परिवाराें की खुशियां पिछले साल दिवाली से एक दिन पहले उजड़ गईं थी। हाईवे पर अमरूद खरीदने के लिए कार से उतरे एक ही परिवार के चार लोगों को पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद दिया था। हादसे में अपनों को खो चुके परिजनों ने लोगों से अपील की है कि हाईवे पर खाली स्थान मिलने पर ही वाहन पार्क करें।
अतिक्रमण को हटाने व वाहनों की गति पर नियंत्रण लगाने की मांग प्रशासन से की है। हसनगंज कस्बा निवासी व्यापारी शिवनारायण गुप्ता, विजय कुमार गुप्ता, रमेश कुमार गुप्ता व राजेंद्र गुप्ता उर्फ बलराम तीन नवंबर 2021 की शाम दुकान का सामान खरीदने कार से कानपुर जा रहे थे।

लखनऊ-कानपुर हाईवे पर जाजमऊ चौकी के कल्लूपुरवा के पास हाईवे के किनारे अमरूद खरीदने के लिए उन्होंने कार खड़ी की और उतर गए। इसी दौरान पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने सभी को रौंद दिया था। मौकेे पर ही चारों की मौत हो गई थी। हादसे को याद कर परिजनों की रूह कांप जाती है।
मृतक विजय की पत्नी कामिनी ने बताया कि जैसे ही कोई त्योहार नजदीक आता है, अपनों को यादकर उनकी बेचैनी बढ़ जाती है। मृतक राजेंद्र की पत्नी ज्योति अभी भी इस गम से उबर नहीं पाईं हैं। बोलीं हमने अपनों को खोया है, आप न खोएं। सड़क पर चलते समय सावधानी बरतें। उन्हाेंने प्रशासन से अपील की है कि सड़क किनारे अतिक्रमण व वाहनों को हटवा दें।

नहीं हटी अमरूद मंडी, खतरा बरकरार
चार व्यापारियों की मौत की वजह बनी अमरूद मंडी अभी तक नहीं हटी है। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर गंगाघाट थानाक्षेत्र के कल्लूपुरवा गांव के पास सड़क के किनारे दोनों तरफ आसपास के गांवों के किसान अमरूद बेचते हैं। हाईवे से लखनऊ या कानपुर की तरफ जाने-आने वाले लोग सफर के दौरान अमरूद खरीदते हैं।
ऐसे में हादसे भी होते रहते हैं। कई बार पुलिस ने सख्ती दिखाई। कल्लूपुरवा के अलावा पास के लखापुर, रतिरामपुरवा, त्रिभुवनखेड़ा आदि गांवों के बागबानों और प्रधानों के साथ बैठक भी हुई। इन्हें आजाद मार्ग चौराहे से आगे ढाबे के पास या सुरक्षित स्थानों पर मंडी लगाने का सुझाव दिया गया, लेकिन कोई हल नहीं निकला।

सीओ सिटी कृपाशंकर ने माना कि समस्या बड़ी है। बिक्री करने वालों को हटवाया भी गया, लेकिन बाद में वह नजर बचाकर फिर अमरूद बेचने लगते हैं। बताया कि चुनाव के बाद फिर प्रयास किए जाएंगे। पुलिस की पेट्रोलिंग भी कराई जाएगी।

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सड़क पर वाहन चलाते समय जल्दबाजी में हुई छोटी सी भूल किसी की भी जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। हादसों में अपनों को गंवाने वाले दर्द बयां करते समय यही अपील करते हैं कि ट्रैफिक नियमों का पालन जरूर करें। किसी को खोने का दर्द जीवन भर रहता है।

हसनगंज के एक परिवार का दर्द भी ऐसा ही है। कार से उतरे चार व्यापारियों को ट्रक ने रौंद दिया था। उनका कहना है कि जो दर्द हमने झेला, वो आपको न सहना पड़े। इसलिए सतर्क रहें। सड़क पर वाहन से उतरते समय इधर-उधर जरूर देखें। इसके अलावा अपरिपक्व चालक भारी भरकम वाहन लेकर लोगों की जिंदगी रौंदते जा रहे हैं। पुलिस प्रशासन को अप्रशिक्षित ट्रक चालकों पर भी लगाम कसने की जरूरत है।

अमरूद खरीदने कार से उतरे थे, ट्रक बन गया काल

हसनगंज के चार परिवाराें की खुशियां पिछले साल दिवाली से एक दिन पहले उजड़ गईं थी। हाईवे पर अमरूद खरीदने के लिए कार से उतरे एक ही परिवार के चार लोगों को पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद दिया था। हादसे में अपनों को खो चुके परिजनों ने लोगों से अपील की है कि हाईवे पर खाली स्थान मिलने पर ही वाहन पार्क करें।