Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

यूपी चुनाव 2022: ताजनगरी की सियासत में कांग्रेस का शून्य बरकरार, चार सीटों पर आधा फीसदी वोट भी नहीं मिले

Default Featured Image

सार
आगरा जिले की खेरागढ़ सीट को छोड़कर किसी विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशियों का प्रदर्शन प्रभावी नहीं रहा है। चार विधानसभा सीटों पर आधा फीसदी वोट भी नहीं मिले है। 

ख़बर सुनें

ख़बर सुनें

आगरा जिले में कांग्रेस एक बार फिर शून्य से आगे नहीं बढ़ सकी। यहां तक कि पार्टी 2017 के प्रदर्शन को दोहराने में भी नाकाम रही। नौ विधानसभा सीटों के चुनाव नतीजों में राहत की बात खेरागढ़ विधानसभा में रामनाथ सिंह सिकरवार का मुख्य संघर्ष में आना रहा। इसके अलावा आठ विधानसभा सीटों में उनके प्रत्याशी जमानत तक नहीं बचा सके। 

प्रदेश में चुनाव की कमान राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने संभालने के बाद संगठन भी सक्रिय हो गया। प्रियंका गांधी ने कई बार आगरा का दौरा किया। खेरागढ़ में रोड शो भी किया, लेकिन पार्टी के प्रत्याशियों को जनता ने नकार दिया। 

इन सीटों पर एक फीसदी वोट भी नहीं मिले

फतेहपुर सीकरी, फतेहाबाद, एत्मादपुर और बाह विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी एक फीसदी वोट हासिल नहीं कर सके। सीकरी में हेमंत चाहर को 0.49 फीसदी वोट, फतेहाबाद में होतम सिंह को 0.32 फीसदी, एत्मादपुर में शिवानी को 0.45 फीसदी और बाह में पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित भी आधा फीसदी वोट हासिल कर सकीं। 

आगरा ग्रामीण सीट पर लगातार तीसरी बार कांग्रेस के टिकट पर लड़ने वाले पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र सिंह भी अपनी जमानत नहीं बचा सके। उनका प्रदर्शन पिछले चुनावों से भी खराब रहा। उन्हें 3770 वोट मिल सके। दो फीसदी से भी कम। उत्तर सीट से विनोद बंसल, दक्षिण से अनुज शर्मा और कैंट से सिकंदर दो फीसदी से ज्यादा मत हासिल कर सके। 
रामनाथ ने खींची बड़ी लकीर
खेरागढ़ में कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व फौजी रामनाथ सिंह सिकरवार ने भाजपा प्रत्याशी को कांटे की टक्कर दी। वह मतगणना में भाजपा प्रत्याशी को पहले राउंड से ही चुनौती देने लगे। उन्होंने 29.27 फीसदी मत प्राप्त किए। उन्हें 60 हजार से ज्यादा वोट मिले। रामनाथ ने पहली दफा चुनाव लड़ा था मगर उनके प्रदर्शन ने सबको चौंका दिया। 
हार के कारणों पर करेंगे मंथन
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू ने बताया कि संगठन ने अपना काम किया था। पार्टी नेतृत्व ने जो प्रत्याशी खड़े किए, उन्हें जिताने के लिए काम किया। संगठन कमजोर नहीं था। हार कैसे हुई, इसके कारण खोजने को मंथन करेंगे। समीक्षा बैठक करके कारण तलाश करेंगे। जनता के बीच भरोसा कायम करने को काम करते रहेंगे।
सपा के साथ समझौते के तहत 2017 में कांग्रेस का प्रदर्शन
दक्षिण विधानसभा सीट: नजीर अहमद- 39434
आगरा ग्रामीण: उपेंद्र सिंह- 31312
खेरागढ़ -कुसुमलता दीक्षित- 23088
 

विस्तार

आगरा जिले में कांग्रेस एक बार फिर शून्य से आगे नहीं बढ़ सकी। यहां तक कि पार्टी 2017 के प्रदर्शन को दोहराने में भी नाकाम रही। नौ विधानसभा सीटों के चुनाव नतीजों में राहत की बात खेरागढ़ विधानसभा में रामनाथ सिंह सिकरवार का मुख्य संघर्ष में आना रहा। इसके अलावा आठ विधानसभा सीटों में उनके प्रत्याशी जमानत तक नहीं बचा सके। 

प्रदेश में चुनाव की कमान राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने संभालने के बाद संगठन भी सक्रिय हो गया। प्रियंका गांधी ने कई बार आगरा का दौरा किया। खेरागढ़ में रोड शो भी किया, लेकिन पार्टी के प्रत्याशियों को जनता ने नकार दिया। 

इन सीटों पर एक फीसदी वोट भी नहीं मिले

फतेहपुर सीकरी, फतेहाबाद, एत्मादपुर और बाह विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी एक फीसदी वोट हासिल नहीं कर सके। सीकरी में हेमंत चाहर को 0.49 फीसदी वोट, फतेहाबाद में होतम सिंह को 0.32 फीसदी, एत्मादपुर में शिवानी को 0.45 फीसदी और बाह में पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित भी आधा फीसदी वोट हासिल कर सकीं।