मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को विधानसभा सदन में अविभाजित मध्यप्रदेश की पूर्व मंत्री तथा सरगुजा राजमाता स्व. देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव के नाम पर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज का नामकरण करने की घोषणा की। सदन में आज स्व. देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास मंहत ने स्व. देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव के व्यक्तित्व और कृतित्व की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 1972 और 1980 में वे सरगुजा और कोरिया विधानसभा क्षेत्र से मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए विधायक निर्वाचित हुई। उन्होंने वित्त राज्य मंत्री और लघु सिंचाई मंत्री का दायित्व संभाला। उन्होंने मध्यप्रदेश और तत्कालीन सरगुजा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। सरगुजा क्षेत्र के विकास की आधारशिला उन्होंने रखी। उन्होंने जनता से जुड़कर सादगी के साथ जनता की सेवा की। उनकी सहजता, सरलता और मिलनसारिता हम सब के लिए अनुकरणीय है। डॉ. महंत ने कहा कि उनका स्नेह हम सब को हमेशा मिलता रहा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्व. देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव का निधन हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है। वे राज परिवार तक ही समिति नहीं रहीं। उन्होंने आम जनता से जुड़कर सरगुजा, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश को अपना परिवार समझा और इन क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने किसान, मजदूर और आदिवासियों का दुख बांटने का काम किया। वे एक कुशल संगठक भी थी। बघेल ने कहा कि हम सब को उनका मार्गदर्शन और स्नेह हमेशा मिलता रहा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि स्व. सिंहदेव ने किसानों औैर गरीबों के लिए काम किया। उनके कार्यकाल में सिंचाई और कृषि योजनाओं का विकास हुआ।
संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि स्व. सिंहदेव का राजनीतिक, सामाजिक और प्रशासनिक क्षेत्र में अतुलनीय योगदान रहा। मंत्री चौबे ने कहा कि उनका मार्गदर्शन हम सबको हमेशा मिला। उन्होंने अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज का नामकरण स्व. सिंहदेव के नाम पर करने का मुख्यमंत्री से आग्रह किया। सदन में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, अजय चन्द्राकर, मोहन मरकाम, धरमजीत सिंह, केशव चन्द्रा, बृजमोहन अग्रवाल, अरूण बोरा, शैलेष पाण्डेय, अंबिका सिंहदेव, रामकुमार यादव, शिव रतन शर्मा, विकास उपाध्याय, धनेन्द्र साहू और सौरभ सिंह ने अपने विचार व्यक्त किए। सदन में दो मिनट का मौन रखकर स्व. सिंहदेव को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
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