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UP News: पुरुषों को गांव से बाहर निकालकर महिलाओं ने खेला रंग, घूंघट में लगे जमकर ठुमके, UP के इस गांव की अनोखी है होली

हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के एक गांव में शनिवार को दोपहर बाद महिलाओं की अनोखी होली हुई। महिलाओं ने सिर्फ गांव के पुरुषों को लाठी डंडे से भगाया गया, बल्कि बुजुर्ग लोगों को भी घरों में दुबकना पड़ा। महिलाओं ने पांच सौ साल पुरानी परंपरा में रामजानकी मंदिर में जमकर ठुमके लगाए। पूरे गांव में महिलाओं ने फाग निकालकर रंग और गुलाल भी उड़ाया।

हमीरपुर जिले के सुमेरपुर क्षेत्र के कुंडौरा गांव में होली की धूम एक दिन महिलाओं के नाम पर मचती है। यहां पिछले पांच सौ सालों से महिलाएं फाग निकालकर ठुमके लगाती हैं। शनिवार को गांव की सरपंच सविता देवी के नेतृत्व में होली की फाग निकाली गई। पूरे गांव की महिलाओं ने ढोल मजीरे के साथ रामजानकी मंदिर में एकत्र होकर वहां फाग गाए, फिर मंदिर परिसर में ही बुजुर्ग और घूंघट वाली महिलाओं ने ठुमके भी लगाए। इसके बाद महिलाओं की टोलियां रामजानकी मंदिर से गांव की हर गली और कूचों में रंग गुलाल उड़ाते हुए जमकर धमाल किया।

गांव के सरपंच के प्रतिनिधि अरविन्द प्रताप सिंह ने बताया कि महिलाओं की होली की फाग निकालने की परंपरा पांच सौ सालों से चली आ रही है। यहीं एक ऐसा त्योहार है, जिसमें पूरे गांव की हर बिरादरी की महिलाएं और नव युवतियां होली की फाग में शामिल होती हैं। बताया कि रामजानकी मंदिर से आज इस अनोखी परंपरा का शुभारम्भ ढोल मजीरे के साथ किया गया, फिर इसके बाद मंदिर में ही महिलाओं ने जमकर होली खेली।

लाठी-डंडे से लैस महिलाओं ने पुरुषों को गांव से खदेड़ा
गांव में आज महिलाओं की होली की फाग के आयोजन से पहले ही सभी पुरुषों को चेतावनी दी गई कि वह गांव छोड़ बाहर चले जाएं, जो लोग बूढ़े हैं और बच्चे हैं, वह अपने घरों में रहें। महिलाओं के इस ऐलान के बाद गांव के पुरुषों ने घर छोड़कर खेत खलिहान चले गए। वहीं, तमाम लोग आसपास के गांवों की ओर चले गए। गांव के बीएल कुशवाहा ने बताया कि महिलाओं की होली कार्यक्रम से पहले उन्हें गांव छोड़ना पड़ा है। बताया कि घर में अब सन्नाटा पसरा है। कुछ लोगों को गांव से खदेड़ा भी गया है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अरविन्द प्रताप सिंह ने बताया कि महिलाओं की होली फाग निकलने से पहले ही सभी पुरुष गांव से बाहर चले गए। वहीं, पुरुषों पर पैनी नजर रखने के लिए तमाम महिलाएं लाठी डंडे से मुस्तैद रही।

होली की धूम में गांव की बूढ़ी महिलाओं ने भी लगाए ठुमके
सैकड़ों साल पुरानी परंपरा की महिलाओं की फाग होली की धूम शाम तक मची रही। गांव की तमाम बूढ़ी महिलाओं ने होली गीत गाते हुए ठुमके लगाए तो घूंघट वाली महिलाएं ताली बजाने लगी। गांव की बुजुर्ग देवरती कुशवाहा ने बताया कि बुन्देलखंड और आसपास के राज्यों में इस तरह की कोई होली नहीं होती है, जैसा कि यहां उनके गांव में महिलाओं की होली में धमाल होता है। बताया कि पुरानी परंपरा का हर साल पूरे गांव की महिलाएं एकजुट होकर निर्वहन करती रहती हैं। इस बार भी हर घर से महिलाओं ने फाग होली कार्यक्रम का हिस्सा बनी हैं। गांव की गलियों में भी बुजुर्ग और घूंघट वाली महिलाओं ने ढोल मजीरे के साथ फाग गाते हुए डांस भी किया है।