योगी की नई कैबिनेट में इस बार 38 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। मतलब ये सभी इस बार विधानसभा चुनाव जीतकर आए हैं। वहीं, आठ विधानपरिषद के सदस्यों को भी मंत्री बनाया गया है। इसमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, एके शर्मा, जितिन प्रसाद, आशीष पटेल, संजय निषाद, स्वतंत्र देव सिंह, धर्मवीर प्रजापति, भूपेंद्र चौधरी शामिल हैं।
छह ऐसे भी नाम हैं, जो न तो विधानसभा और न ही विधान परिषद के सदस्य हैं। इन नामों ने हर किसी को चौंका दिया। इसमें दानिश आजाद अंसारी, जसवंत सैनी, दयाशंकर मिश्र दयालु, जेपीएस राठौर, दिनेश प्रताप सिंह और नरेंद्र कश्यप का नाम शामिल है। दिनेश प्रताप सिंह 2016 से 2021 तक एमएलसी थे। वे 2016 में एमएलसी बने थे। 2019 में रायबरेली से सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। फिलहाल अभी चल रहे विधान परिषद चुनाव में नामांकन दाखिल किया है।
इस बार केशव प्रसाद मौर्य के साथ ब्रजेश पाठक को डिप्टी सीएम बनाया गया है। ब्रजेश पाठक योगी के पहली सरकार में कानून मंत्री थे। ग्राफिक्स के जरिए योगी के मंत्रियों के बारे में जानिए सबकुछ…
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार गोरखपुर शहरी से चुनाव लड़ा था। 18 साल में ये पहली बार था, जब किसी मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव लड़ा और फिर सत्ता भी हासिल की।
केशव प्रसाद मौर्य इस बार सिराथू विधानसभा सीट से चुनाव हार गए थे। इसके बावजूद उनपर पार्टी ने विश्वास जताया। इस बार भी वह डिप्टी सीएम बनाए गए। वहीं, दूसरे डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की जगह इस बार ब्रजेश पाठक को मौका दिया गया है। पिछली सरकार में ब्रजेश कानून मंत्री थे और इस बार डिप्टी सीएम बनाए गए हैं।
सूर्य प्रताप शाही पिछली सरकार में कृषि मंत्री थे। सुरेश खन्ना वित्त मंत्री और स्वतंत्र देव सिंह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे।
नंद गोपाल गुप्ता नंदी को योगी सरकार में दोबारा मंत्री बनाया गया है। पिछली सरकार में वह स्टांप मंत्री थे।
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