मिर्जापुर: यूपी विधानसभा और एमएलसी चुनाव में आए परिणाम के बाद समाजवादी पार्टी की तरफ से लगातार समीक्षा और कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में मिर्जापुर के दर्जा प्राप्त मंत्री रहे गुलाबचंद यादव उर्फ मुन्नी यादव और जिला महासचिव अभय यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है । इन दोनों लोगों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है।
शनिवार को मुन्नी यादव और अभय यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप के आधार पर दोनों नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। एमएलसी सीट से रमेश यादव के पर्चा वापस लेने के पीछे इन दोनों ही नेताओं का हाथ होने की चर्चाएं राजनीतिक गलियारों और पार्टी के अंदर चलने की खबरें आम रहीं। रमेश यादव सहित 2 लोगों को पार्टी से पहले ही निकाला जा चुका है।
पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते किया गया निष्कासित
एसपी जिलाध्यक्ष देवी चौधरी ने एनबीटी ऑनलाइन से बात करते हुए कहा कि यह फैसला रास्ट्रीय अध्यक्ष जी की तरफ से लिया गया है। उन्होंने किन कारणों से दोनों नेताओं को निष्कासित किया है, यह हमें नहीं पता है, लेकिन साथ ही बताया कि कोई वीडियो अध्यक्ष जी के पास गया था, शायद उसी के आधार पर कार्रवाई हुई हो।
साथ ही देवी चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के आदेश पर मिर्जापुर जिला इकाई भी भंग कर दी गई है, अगली कार्यकारिणी के गठन तक अध्यक्ष और प्रवक्ता अपने पदों पर बने रहेंगे।
निष्काषन के पीछे कहीं एमएलसी चुनाव तो नहीं
हाल ही में मिर्जापुर सोनभद्र बीजेपी उम्मीदवार विनीत सिंह निर्विरोध एमएलसी निर्वाचित हुए हैं। इस सीट के लिए कुल तीन लोगों ने नामांकन दाखिल किया था, जिसमें बीजेपी से विनीत सिंह, एसपी से रमेश यादव और एक निर्दलीय उम्मीदवार शामिल थे।
एसपी उम्मीदवार ने लिया था अपना पर्चा वापस
नामांकन पत्रों की जांच में निर्दलीय उम्मीदवार का पर्चा निरस्त हो गया था और 23 मार्च को नाम वापसी के दिन एसपी उम्मीदवार रमेश यादव ने अपना पर्चा वापस ले लिया था। इससे विनीत सिंह निर्विरोध एमएलसी निर्वाचित हो गए थे। एसपी उम्मीदवार के पर्चा वापस ले लेने से जिले में पार्टी की काफी किरकिरी हुई थी।
अगला लेखMirzapur News: योगी 2.0 सरकार बनते ही थाने पहुंचे अपराधी, पुलिस के उड़े होश… जानिए फिर क्या हुआ
More Stories
सुप्रीम कोर्ट ने कहा ‘चुनावों के दौरे पर अरविंद केजरीवाल की जमानत पर विचार किया जा सकता है।’
अन्तर्वासना की हत्या के बाद, लोगों ने अनाथालय और
गतका गेम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए हरजीत ग्रेवाल को ‘सिख अचीवर्स अवार्ड’ से सम्मानित किया गया