Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

यूपी: दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह से प्रेरित होकर फतेहपुर के डिकेश ने चांद पर खरीदा एक एकड़ का प्लाट

दिवंगत फिल्म स्टार सुशांत सिंह राजपूत से प्रेरित होकर जिले के प्रॉपर्टी डीलर डिकेश कुमार ने चांद पर एक एकड़ जमीन खरीदने का ख्वाब पूरा किया है। डेढ़ माह पहले लुना सोसाइटी इंटरनेशनल न्यूयार्क की वेबसाइट पर चांद पर जमीन खरीदने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था।

ऑनलाइन रकम जमा की थी। चांद पर प्रॉपर्टी के कागजात आए तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। उन्हें नागरिकता का भी प्रमाण पत्र मिला है। शहर के उत्तरी गौतम नगर के रहने वाले डिकेश कुमार प्रापर्टी और शेयर ट्रेडिंग का काम करते हैं।

डिकेश कुमार ने बताया कि उन्होंने एक्टर सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस के दौरान चांद पर जमीन खरीदने की खबर देखी थी। तभी उन्हें भी जमीन खरीदने की सूझी थी। चांद पर जमीन खरीदने के लिए जिज्ञासा बढ़ी तो इंटरनेट पर लुना सोसाइटी इंटरनेशनल की वेबसाइट पर सर्च किया, जिसमें जनवरी के अंतिम दिनों में ऑनलाइन आवेदन किया।

इसके लिए उन्होंने 158 डॉलर ऑनलाइन भुगतान किया। यह रकम भारतीय मुद्रा में करीब साढ़े 11 हजार रुपये है। सोसायटी की ओर से जमीन संबंधी कागजात, बोर्डिंग पास और टिकट भी उपलब्ध कराया गया है। एक मैप, रजिस्ट्री सर्टिफिकेट, नागरिकता प्रमाण पत्र भी मिला है।

वह चांद पर कभी न पहुंचने की बात को जानते हैं, लेकिन चांद पर जमीन खरीदने की ठसक, संतुष्टि और खुद के रिकार्ड के लिए यह निवेश किया है। उन्हें चांद पर जमीन न्यूबियम इलाके में मिली है। रजिस्ट्रेशन के लिए मनपसंद तारीख आठ मई 2022 भी मिल गई है। इस दिन इनका जन्मदिन होता है। वेबसाइट पर आवेदन के दौरान मनपसंद जगह और रजिस्ट्रेशन की तारीख चुन सकते हैं।

चांद पर जमीन की हकीकत
अमेरिका के न्यूयार्क शहर की वेबसाइट लुना सोसाइटी इंटरनेशनल चांद पर जमीन बेचने का दावा करती है। कंपनी की ओर से वेबसाइट पर चांद पर जमीन खरीदने के लिए 12 लोकेशन दर्शायी गई हैं। इसकी कीमत कौड़ियों के भाव है। जानकारों का कहना है कि इसके रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की कोई वैल्यू नहीं है। यह चांद पर जमीन खरीदने का काल्पनिक प्रमाण पत्र है। इसे पाकर व्यक्ति संतुष्टि महसूस करता है। देश में कई फिल्मी हस्तियों के अलावा अन्य लोगों ने भी चांद पर जमीन खदीदने का सर्टिफिकेट प्राप्त किया है। जानकारों का कहना है कि चांद पर किसी व्यक्ति, संस्था या सरकार का हक नहीं है। यह मानवता के लिए है।