मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज से मुलाकात की। इस दौरान अरुण योगीराज ने पीएम मोदी को सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति भेंट की। पीएम मोदी ने योगी राज मुलाकात की तस्वीर भी अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की। साथ ही पीएम ने अरुण को सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा देने और मिलने पर खुशी जताई है।
आपको बता दें कि अरुण योगीराज ने आदिशंकराचार्य की प्रतिमा भी बनाई है जो कि केदारनाथ धाम में आई त्रासदी के बाद तबाह हो गई थी। इस मूर्ति को बनाने वाले योगीराज के तालीम की बात करें तो वो एमीए करने के बाद उन्होंने कुछ दिनों तक एक निजी कंपनी में काम किया था, जिसके बाद उन्होंने अपना खुद पुश्तैनी कारोबार का जिम्मा अपने कांधे पर उठा लेने का मन बना लिया है।
और वे इस दिशा में सफलता हासिल करते हुए नजर आ रहे हैं।बता दें कि शंकराचार्य कर्नाटक के मैसूर के रहने वाले हैं। उन्होंने शंकराचार्य की मूर्ति बनाने के उपलक्ष्य में कहा कि उनकी मूर्ति बनाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि मैं खुश हूं कि पीएम मोदी ने नवनिर्मित शंकराचार्य की मूर्ति को राष्ट्र को समर्पित किया है। इस मूर्ति के निर्माण के लिए हमने 9 महीने तक हर दिन 14 से 15 घंटे काम किया।’ योगीराज की खुशी की वजह भी है।
क्योंकि, भारतीय संस्कृति में आदि शंकराचार्य का अपना एक विशेष स्थान है।योगी राज ने कहा कि पत्थरों से उनका नाम जन्म से ही रहा है। मूर्ति बनाने की कला उनके अंदर बचपन से ही है। इनके दादा बी बसावन्ना शिल्पी को वाडियार घराने के महलों की शिल्पकाला के लिए जाना जाता है। इनके परिवार को महलों के अंदर स्थापित मंदिरों की शिल्पकला के निर्माण से पहचान मिली हुई है।
More Stories
स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको गोली लगने से घायल; पीएम मोदी ने कहा, ‘गहरा झटका लगा’
राजस्थान: झुंझुनू में कोलिहान तांबे की खदान में लिफ्ट ढहने की घटना के बाद 5 लोगों को निकाला गया, बचाव अभियान जारी
सह-यात्रियों के आभूषण, कीमती सामान चुराने वाला व्यक्ति पकड़ा गया; एक साल में 200 उड़ानें भरीं