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Gorakhnath Temple Attack: अरबी में ऐप तैयार कर रहा था मुर्तजा अब्बासी, डिजाइनिंग के लिए किया था कोर्स…हुआ ये बड़ा खुलासा

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लखनऊ/गोरखपुर : गोरखनाथ मंदिर हमले (Gorakhnath Temple Attack) के आरोप में गिरफ्तार संदिग्ध अहमद मुर्तजा अब्बासी (Murtaza Abbasi) ‘जारिमा’ (Jarima App) नाम का एक ऐप तैयार कर रहा था। यह ऐप अरबी भाषा (Arabi Language App) में बनाया जा रहा था, जिसके लिए उसने एक कोर्स भी किया था। ऐप बनाने के लिए उससे किसी ने कहा या वह अपनी मर्जी से इसे तैयार कर रहा था, इस बारे में एटीएस (UP Ats) पड़ताल कर रही है। जानकारी के मुताबिक जारिमा का अरबी में मतलब जुल्म होता है। एटीएस की पूछताछ में मुर्तजा ने यह ऐप बनाने की बात कबूली है। उसने बताया कि अरबी भाषा के इसे डिजाइन करने के लिए वह पीयर-टु-पीयर संदेशों का आदान प्रदान करता था।

हालांकि, उसका दावा है कि यह ऐप वह मुसलमानों की मदद के लिए बना रहा था। वहीं, एटीएस मुर्तजा के पिता मुनीर अब्बासी को भी पूछताछ के लिए लखनऊ स्थित मुख्यालय लाई है। यहां दोनों का आमना-सामना करवाया जा रहा है। अभी तक की पूछताछ में मुर्तजा द्वारा बताई गई बातों की तस्दीक उसके पिता को सामने बैठाकर की जा रही है। वहीं, मुर्तजा का लैपटॉप अब भी एटीएस को नहीं मिल पाया है। एटीएस ने इसे अपनी कस्टडी में लेने और उसकी फरेंसिक जांच के लिए कोर्ट में अर्जी दी है।

हनी ट्रैप के एंगल की भी हो रही है जांच
एटीएस हनी ट्रैप के एंगल की भी जांच कर रही है। यह बात पड़ताल में सामने आई है कि आईएसआईएस ने मुर्तजा को हनी ट्रैप के जरिए जोड़ा। एक लड़की ने खुद के आईएसआईएस के कैंप में फंसे होने की बात कहकर मुर्तजा को एक मेल किया और मदद के लिए 40 हजार रुपये मांगे। मुर्तजा ने यह रकम उसके खाते में भेजी थी। इसके बाद उसने दो बार और लड़की के खाते में रकम भेजी। एटीएस मुर्तजा के बैंक खातों व ई-मेल की डिटेल खंगालकर इसकी तस्दीक करने की कोशिश कर रही है।

महराजगंज से दो को उठाया
एटीएस ने महाराजगंज के नौतनवा से परवेज राहिल और उसके चालक को पूछताछ के लिए उठाया है। बताया जा रहा है कि गोरखनाथ मंदिर पर हमले से पहले रविवार शाम को नेपाल बॉर्डर पर मुर्तजा ने राहिल से मुलाकात की थी। गोरखनाथ मंदिर हमला मामले की सभी पहलुओं से जांच चल रही है। इसमें कई नई चीजें निकल कर सामने आ रही हैं।