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आगरा: कैबिनेट मंत्री के क्षेत्र में 15 अप्रैल से ‘भीमनगरी’ का आयोजन, अब तक न गड्ढे भरे न सड़कें बनीं

सार
पहली बार ऐसा हुआ है, जब भीमनगरी के आयोजन में विकास कार्यों की शुरुआत नहीं हुई है। स्ट्रीट लाइटों को भी नहीं लगाया गया है। इस पर आयोजन समिति ने नाराजगी जताई है। 

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उत्तर भारत का चर्चित भीमनगरी समारोह 15 से 17 अप्रैल तक होगा। आगरा के नगला पद्मा, ग्वालियर रोड पर भीमनगरी का मंच सजाया जाएगा। लेकिन इस बार अब तक न सड़कें बनीं, न गड्ढे भरे गए। स्ट्रीट लाइटों को भी नहीं लगाया गया, जबकि इस बार की भीमनगरी का आयोजन प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य के विधानसभा क्षेत्र में हो रहा है। पहली बार ऐसा हुआ है, जब आयोजन में विकास कार्यों की शुरुआत नहीं हो सकी है। प्रशासन ने चुनाव आचार संहिता के कारण विकास कार्य शुरू न करने की सफाई दी है।

भीमनगरी आयोजन समिति ने सवाल उठाया कि 27 साल में भीमनगरी आयोजन के दौरान 11 बार लोकसभा और विधानसभा के  चुनाव के कारण आचार संहिता रही, लेकिन विकास कार्य होते रहे। चार माह पहले ही प्रशासन, नगर निगम, एडीए, डूडा को विकास कार्यों और क्षेत्रों की सूची सौंप दी गई थी। मरम्मत के कार्यों पर आचार संहिता लागू ही नहीं होती। 

प्रशासन के रुख पर जताई नाराजगी 

आयोजन समिति के सदस्यों ने शनिवार को प्रशासन के रुख पर नाराजगी जताई। केंद्रीय कमेटी संरक्षक करतार सिंह भारतीय ने कहा कि बाबा साहब की जयंती पर निकलने वाली शोभायात्रा के रूट में ऐसा पहली बार हुआ जब डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त नहीं आए। सीओ को भेज दिया गया। वार्ता में विधायक डॉ. जीएस धर्मेश, करतार सिंह भारतीय, धर्मेंद्र सोनी, ऋषि कुमार सिंह, श्याम जरारी आदि मौजूद रहे।

15 अप्रैल से नगला पद्मा में सजेगी भीमनगरी
भीमनगरी आयोजन समिति के अध्यक्ष अजयशील गौतम ने बताया कि 15 से 17 अप्रैल तक नगला पद्मा, ग्वालियर रोड पर भीमनगरी का मंच सजाया जाएगा। पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, दूसरे दिन सामूहिक विवाह समारोह और अंतिम दिन मेधावी छात्र छात्राओं का सम्मान किया जाएगा। 

कमेटी अपने स्तर पर मंच और कार्यक्रम करा रही है। धर्मेंद्र सोनी ने कहा कि प्रशासन अवस्थापना निधि से काम करा सकता है। मरम्मत कार्यों पर आचार संहिता लागू नहीं होती। उन्होंने रोष जताया कि पहली बार भीमनगरी में विकास कार्यों को लेकर ऐसी उपेक्षा बरती गई है।

14 अप्रैल को शाम 5.30 बजे तक लाएं झांकियां

डॉ. आंबेडकर शोभायात्रा के अध्यक्ष एसके सेक्सरिया ने बताया कि 14 अप्रैल को शाम 5:30 बजे से शोभायात्रा निकाली जाएगी। लोग अपनी झांकियों को मदीना होटल या चिम्मन चौराहे तक लेकर आएं। इन झांकियों के बीच ज्यादा दूरी नहीं होनी चाहिए। कमेटी ने नगला पद्मा और आंबेडकर शोभायात्रा रूट के लोगों से अपील की कि वह अपने घरों, मोहल्लों और आंबेडकर वाटिकाओं पर झालर जलाकर भव्य रोशनी करें और अपने घरों पर पंचशील का झंडा लगाएं। 

विस्तार

उत्तर भारत का चर्चित भीमनगरी समारोह 15 से 17 अप्रैल तक होगा। आगरा के नगला पद्मा, ग्वालियर रोड पर भीमनगरी का मंच सजाया जाएगा। लेकिन इस बार अब तक न सड़कें बनीं, न गड्ढे भरे गए। स्ट्रीट लाइटों को भी नहीं लगाया गया, जबकि इस बार की भीमनगरी का आयोजन प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य के विधानसभा क्षेत्र में हो रहा है। पहली बार ऐसा हुआ है, जब आयोजन में विकास कार्यों की शुरुआत नहीं हो सकी है। प्रशासन ने चुनाव आचार संहिता के कारण विकास कार्य शुरू न करने की सफाई दी है।

भीमनगरी आयोजन समिति ने सवाल उठाया कि 27 साल में भीमनगरी आयोजन के दौरान 11 बार लोकसभा और विधानसभा के  चुनाव के कारण आचार संहिता रही, लेकिन विकास कार्य होते रहे। चार माह पहले ही प्रशासन, नगर निगम, एडीए, डूडा को विकास कार्यों और क्षेत्रों की सूची सौंप दी गई थी। मरम्मत के कार्यों पर आचार संहिता लागू ही नहीं होती। 

प्रशासन के रुख पर जताई नाराजगी 

आयोजन समिति के सदस्यों ने शनिवार को प्रशासन के रुख पर नाराजगी जताई। केंद्रीय कमेटी संरक्षक करतार सिंह भारतीय ने कहा कि बाबा साहब की जयंती पर निकलने वाली शोभायात्रा के रूट में ऐसा पहली बार हुआ जब डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त नहीं आए। सीओ को भेज दिया गया। वार्ता में विधायक डॉ. जीएस धर्मेश, करतार सिंह भारतीय, धर्मेंद्र सोनी, ऋषि कुमार सिंह, श्याम जरारी आदि मौजूद रहे।