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खेल एवं युवा कल्याण मत्री ने की, विभागीय समीक्षा बैठक

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खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव की अध्यक्षता में खेल एवं युवा कल्याण विभाग की विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक संपन्न हुई। बैठक में प्रमुख सचिव खेल कल्पना अवस्थी, प्रमुख सचिव युवा कल्याण डिम्पल वर्मा, विशेष सचिव खेल राजेश यादव, निदेशक खेल डा0 आर0 पी0 सिंह, उपनिदेशक खेल सी0पी0 सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मंत्रीजी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि  खेल जगत की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए खिलाड़ियों की भावनाओं के अनुरूप नीतियों का निर्धारण कर कार्य किया जाये, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को खेल जगत से जोड़कर उनके भविष्य को संवारा जा सके। उन्होने यह भी कहा कि विभाग द्वारा 100 दिन में पूर्ण किये जाने वाले कार्याें की कार्ययोजना को त्वरित गति से अमल में लाते हुए धरातल पर उतारा जाये। मंत्री जी ने कहा कि मा0 प्रधानमंत्रीजी तथा प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्रीजी की मन्शा के अनुरूप खेल संस्कृति के विस्तार हेतु समस्त आयु वर्गाें तथा व्यक्तियों को खेल अवस्थापनाओं एवं अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराते हुए प्रतिभागिता तथा उत्कृष्टता को प्रोत्साहन की नीति का अक्षरशः पालन करना सुनिश्चित किया जाये। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता ने बरती जाये। उन्होने कहा कि कोरोना महामारी के कारण गत दो वर्षों से खेल व खेल की भावना प्रभावित रही है, जिसे अब गति देने की परम आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता एवं समयबद्वता पर भी विशेष जोर दिया। वही युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि युवाओं के उज्ज्वल भविष्य हेतु नीतियों का निर्धारण कर धरातल पर उतारा जाये
इस अवसर पर प्रमुख सचिव खेल कल्पना अवस्थी ने सरकार द्वारा खिलाड़ियों के कल्याणार्थ विगत 5 वर्षों में किये गये उल्लेखनीय कार्यो/उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होने बताया कि खेल विभाग के अन्तर्गत प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कुल 32 निर्माणाधीन खेल अवस्थापनाओं को जनोपयोगी बनाया गया है। 36 स्टेडियमों में अत्याधुनिक जिम उपकरण स्थापित किये गये है। सरकार की खेलों इण्डिया योजनान्तर्गत 41 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है। एक जनपद एक खेल योजनान्तर्गत प्रदेश के 75 जनपदों में खेलों इण्डिया सेन्टर स्थापित किये जाने हेतु 5 करोड़ से अधिक की धनराशि की व्यवस्था करायी गई, जिसके अन्तर्गत प्रत्येक सेन्टर पर एक मानदेय प्रशिक्षक की व्यवस्था करते हुए प्रशिक्षण की सविधा प्रदान की जायेगी। जनपद मेरठ में मेजर ध्यान चन्द खेल विश्व विद्यालय की स्थापना की जायेगी, जिसमें 700 करोड़ की धनराशि का प्राविधान है। इसके अतिरिक्त प्रमुख सचिव ने स्वस्थ प्रतिस्पर्धा तथा प्रतिभागिता,पुरस्कार तथा सम्मान, 100 दिवस, 6 माह 01 वर्ष, 02 वर्ष एवं 05 वर्ष की कार्ययोजना के संबंध में भी विस्तार से मंत्री जी को अवगत कराया।
अपर मुख्य सचिव एवं महानिदेशक युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल डिम्पल वर्मा द्वारा विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन एवं विगत पॉच वर्ष की उपलब्धियों क विषय मंे अवगत कराया गया। उन्होने बताया कि प्रान्तीय रक्षक दल के जवानों को विभागीय बजट के अन्तर्गत डयूटी पर लगाने के अतिरिक्त अधिक से अधिक सख्या में अन्य विभागों में डयूटी लगाने हेतु प्रयास किया जा रहा है, जिससें कि पीआरडी जवानों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा सके। इसके अतिरिक्त उन्होने विभाग की निर्माणाधीन परियोजनाओं एवं कार्यों के क्रियान्वयन के संबंध में अद्यतन स्थित से मा0 मत्रीजी को अवगत कराया।