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Shivpal Yadav News: शिवपाल का साथ छोड़ने लगे साथी, BJP में जाने की अटकलों के बीच प्रसपा को इस दिग्गज ने दिया झटका

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बरेली: वीरपाल सिंह (Veer Pal Singh) समाजवादी पार्टी (Samajwadi party) में शामिल हो गए। वे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के सीनियर नेता था। पूर्व सांसद वीरपाल सिंह ने समाजवादी पार्टी में टूट के बाद शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) का साथ दिया था। उन्हें शिवपाल खेमे का दमदार चेहरा माना जाता था। लेकिन, शिवपाल यादव के भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janata Party) में शामिल होने की खबरों के बीच वीरपाल सिंह ने समाजवादी पार्टी से अपने संबंधों की दुहाई दी। पार्टी के प्रति अपनी वफादारी दिखाई। पिछले दिनों सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से मुलाकात के दौरान उन्होंने संकेत दे दिए थे। मंगलवार को वे सपा के हो गए।

बरेली में लंबे समय तक वीरपाल सिंह ने समाजवादी पार्टी की राजनीति की। बाद में वे शिवपाल सिंह यादव के साथ हो गए। अब उन्होंने शिवपाल का साथ छोड़कर घरवापसी कर ली है। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मुलाकात के बाद यह बात स्पष्ट की। यूपी चुनाव 2017 से पहले शिवपाल ने जब प्रसपा बनाई तो वीरपाल सिंह समर्थकों के साथ इस खेमे के साथ हो लिए थे। पूर्व विधायक महिपाल सिंह, ब्लॉक प्रमुख चंद्रसेन सागर, मलखान सिंह यादव भी उस समय शिवपाल के साथ गए थे। वीरपाल सिंह बरेली में सपा के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। ऐसे में उनका सपा छोड़ना चर्चा का विषय बन गया था।

सियासत में मजबूत नहीं हो पाई प्रसपा
शिवपाल यादव ने भले ही 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले अपनी अलग पार्टी बना ली, लेकिन प्रसपा उसके बाद हुए तीन चुनावों में कोई खास असर नहीं दिखा पाई है। यूपी चुनाव 2017 हो या फिर लोकसभा चुनाव 2019, प्रसपा का कोई खास असर देखने को नहीं मिला। वर्ष 2022 के चुनाव में तो शिवपाल यादव, अखिलेश यादव के साथ मिले। इसके बाद उनकी पार्टी हाशिए पर चली गई। केवल शिवपाल यादव को टिकट मिला। चुनाव के बाद शिवपाल यादव ने प्रसपा की सभी इकाइयों को भंग कर अपने अगले राजनीतिक कदम का संकेत दे दिया है। हालांकि, शिवपाल भाजपा में न जाने की बात करते रहे हैं।

चर्चा बढ़ी तो बिखड़ने लगा है कुनबा
शिवपाल यादव की ओर से कई बार इस मसले पर बयान देने के बाद भी उनके भाजपा में जाने की चर्चा जोरों पर है। इस प्रकार की चर्चा शुरू होने के बाद उनके कुनबे में बिखराव शुरू हो गया है। वीरपाल सिंह ने का झटका इसी में से एक माना जा रहा है। वीरपाल सिंह का कहना है कि हमने अखिलेश यादव से मुलाकात कर पार्टी में काम करने की इच्छा जताई। इस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हामी भर दी है। उन्होंने एक कार्यकर्ता के तौर पर सपा में काम करने की बात कही है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वे अब प्रसपा नहीं सपा कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे। एक कार्यकर्ता के तौर पर काम करने को लेकर उन्होंने कहा कि इससे किसी को कोई नुकसान नहीं होगा।