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Mirzapur News: गजब भ्रष्टाचार! विकास कार्यों के नहीं लगे शिलापट्ट और BDO डकार गए लाखों रुपये, सस्पेंड

मिर्जापुर: 8 महीने तक चली जांच के बाद खंड विकास अधिकारी (BDO) राकेश कुमार शुक्ला को शासन ने निलंबित कर दिया है। इनके ऊपर हलिया विकासखंड में मनरेगा एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत साइन बोर्ड लगवाने में शासकीय धनराशि का दुरुपयोग किए जाने का आरोप था। साथ ही राकेश कुमार शुक्ला उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना और गंभीर वित्तीय अनियमितता के साथ-साथ अनुशासनहीनता के दोषी भी पाए गए हैं।

अपर मुख्य सचिव ने किया निलंबित
अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के पत्र के अनुसार राकेश कुमार शुक्ला उत्तर प्रदेश राज्यपाल सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील नियमावली 1999 नियम 7 के अधीन अनुशासकीय के तहत यह कार्रवाई की गई है। राकेश कुमार शुक्ला पर 5,66,500 रुपये के वित्तीय अनियमितता के आरोप थे।

79 ग्राम सभा में लगने थे शिलापट
दरअसल, जिले के हलिया ब्लॉक के 79 ग्रामसभा में मनरेगा के तहत किए गए विकास कार्यों के लिए आरसीसी का शिलापट्ट लगाया जाना था, जिसमें उस कार्य की लागत सहित पूरी जानकारी दी जाती है। बीडीओ राकेश शुक्ला ने हलिया ब्लॉक के कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से आरसीसी का शिलापट्ट न लगाकर मामूली पत्थर की पटियों की शिलापट्ट लगवा दी और बिल आरसीसी का पास करा लिया।

मानक का किया गया था उल्लंघन
बताते हैं कि कंक्रीट और सरिया से बने शिलापट्ट की लागत 4 से 5 हजार के बीच आती है और मामूली पत्थर की पटिया 200-300 में ही मिल जाती है। इनका रंगरोगन करने के बाद इन्हें जहां जरूरत होती है, वहां पर लगाने के लिए भेजा जाता है।

जिलाधिकारी ने कराई थी जांच
मामला प्रकाश में आने के बाद जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने पूरे मामले पर जांच बैठा दी थी और उनसे खंड विकास अधिकारी का चार्ज ले लिया था।

एडीएम ने बताया कि शासन से हुए निलंबित
अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ला ने एनबीटी ऑनलाइन को जानकारी देते हुए बताया कि राकेश कुमार शुक्ला को शासन ने निलंबित कर दिया गया है । और यूपी चुनाव से पहले इनसे चार्ज भी ले लिया गया था। फिलहाल इनकी कहीं पर भी पोस्टिंग नहीं है।