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नहरों की सफाई में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए

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उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्रदेव सिंह ने आज उदयगंज स्थित सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मुख्यालय सभागार में प्रदेश के सिविल संगठनों की क्षेत्रवार समीक्षा बैठक की।
जलशक्ति मंत्री ने बैठक में निर्देश दिया कि आगामी 30 अप्रैल तक विभाग के अंतर्गत सभी तालाबों में पानी भरना सुनिश्चित करें। नहरों की सफाई में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए, आवश्यकता पड़ने पर सामाजिक संगठनों से भी सहयोग लिया जाए। नहरों में टेल तक पानी की पहुंच सुनिश्चित की जाए। बाढ़ परियोजनाओं को समय रहते अभियान चलाकर पूरा कर लिया जाए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अभियान चलाकर नहर की पटरियों को गड्ढामुक्त एवं नवीनीकरण का कार्य किया जाए। नहरों की पुल/पुलियों की मरम्मत का कार्य भी तेजी से पूरा कराया जाए।
जल शक्ति मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कार्यालयों में निर्धारित समय से शत-प्रतिशत उपस्थिति तथा कार्यालय की साफ-सफाई अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराई जाए लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी कर्मचारी को दंडित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभाग के अच्छे परफॉर्मेंस वाले अधिकारियों/कर्मचारियों की भी एक सूची बनाई जाए जिनको हर साल सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी अधिकारी बिना उच्च स्तर पर सूचित किए अपने कार्यस्थल से बाहर नहीं जाएगा। बैठक में उन्होंने विभागीय अधिकारियों से विभाग के परफॉर्मेंस को और अधिक बढ़ाए जाने के लिए सुझाव भी लिए।
श्री स्वतंत्र देव सिंह ने अधिकारियों से उनके प्रभार वाले असिंचित क्षेत्रों की सूची उपलब्ध कराए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में जलस्तर घट रहा है इसके पीछे के कारणों को उपलब्ध कराया जाए, जिससे इस समस्या को दूर किए जाने का स्थाई समाधान निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि बाढ़ से संबंधित ऐसी परियोजनाओं को तैयार करें जिससे बाढ़ की समस्या का स्थाई समाधान किया जा सके।
समीक्षा बैठक में जलशक्ति राज्यमंत्री श्री दिनेश खटीक तथा श्री रामकेश निषाद के साथ साथ प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग श्री अनिल गर्ग, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष श्री एके सिंह, प्रमुख अभियंता परियोजना, प्रमुख अभियंता यांत्रिक, प्रमुख अभियंता नियोजन एवं मूल्यांकन, यांत्रिक के सभी मुख्य अभियन्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।