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यूपी बोर्ड: ‘गुरुजी कृपया पास कर दें, ससुराल में लाज बच जाएगी’, कॉपियों में छात्रों ने लिखीं तरह-तरह की बातें

सार
यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य चल रहा है। परीक्षार्थियों ने कॉपियों में ऐसी ऐसी बातें लिखी हैं, जिसे पढ़कर परीक्षक हैरान हो रहे हैं। 

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यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कॉपियों में परीक्षार्थियों की ओर से तरह-तरह की बातें लिखी गई हैं। आगरा में बृहस्पतिवार को हाईस्कूल की हाईस्कूल की अंग्रेजी विषय की कॉपी में परीक्षार्थी की ओर से लिखा गया कि ‘बड़ी मुश्किल से उसका रिश्ता तय हुआ और शादी हो गई है। ससुराल पक्ष उसे आगे पढ़ाना चाहता है। काम का बोझ अधिक है, पढ़ाई ठीक से नहीं हो पाई, सर जी कृपया पास कर दें, ससुराल में लाज बच जाएगी।’

हाईस्कूल की विज्ञान विषय की कॉपी में एक परीक्षार्थी की ओर से लिखा गया कि  ‘मेरी तबियत खराब थी, डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने ऐसी दवा दे दी, जिससे मुझे पोलिया हो गया। मां-बाप असहाय हैं, कृपया मुझे पास कर दें, जिससे मां-बाप का सहारा बन सकूं।’ मूल्यांकन के दौरान परीक्षक इन्हें पढ़ने के बाद एक-दूसरे से साझा कर रहे हैं। ये बातें परीक्षकों के बीच चर्चा का विषय बनी रही।

1.86 लाख कॉपियों का मूल्यांकन हुआ 

जिले के पांचों मूल्यांकन केंद्रों पर छह दिन में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की करीब 1.86 लाख कॉपियों का मूल्यांकन हुआ है। बृहस्पतिवार को 44057 कॉपियों का मूल्यांकन हुआ। मूल्यांकन केंद्रों को अभी तक 6,62,581 कॉपियां उपलब्ध कराई गई हैं, जबकि आवंटित कॉपियों की संख्या 7,31,566 है। 

प्रायोगिक परीक्षा में जा रहे परीक्षक, मूल्यांकन पर असर पड़ेगा

यूपी बोर्ड की ओर से दूसरे चरण की इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षाएं 27 अप्रैल से शुरू करा दी गई हैं। अब आगरा जिले के शिक्षक दूसरे जिलों में परीक्षक के तौर पर प्रायोगिक परीक्षा कराने जा रहे हैं। परीक्षकों की कमी का असर मूल्यांकन पर पड़ेगा। बृहस्पतिवार को पांचों मूल्यांकन केंद्रों पर 2292 में से 1368 परीक्षकों ने उपस्थिति दर्ज कराई। बृहस्पतिवार की अपेक्षा चार परीक्षक कम हो गए। उप प्रधान परीक्षक 236 लगाए गए हैं, 175 ने कॉपियों का मूल्यांकन किया। बुधवार की अपेक्षा तीन कम हो गए। 

विस्तार

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कॉपियों में परीक्षार्थियों की ओर से तरह-तरह की बातें लिखी गई हैं। आगरा में बृहस्पतिवार को हाईस्कूल की हाईस्कूल की अंग्रेजी विषय की कॉपी में परीक्षार्थी की ओर से लिखा गया कि ‘बड़ी मुश्किल से उसका रिश्ता तय हुआ और शादी हो गई है। ससुराल पक्ष उसे आगे पढ़ाना चाहता है। काम का बोझ अधिक है, पढ़ाई ठीक से नहीं हो पाई, सर जी कृपया पास कर दें, ससुराल में लाज बच जाएगी।’

हाईस्कूल की विज्ञान विषय की कॉपी में एक परीक्षार्थी की ओर से लिखा गया कि  ‘मेरी तबियत खराब थी, डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने ऐसी दवा दे दी, जिससे मुझे पोलिया हो गया। मां-बाप असहाय हैं, कृपया मुझे पास कर दें, जिससे मां-बाप का सहारा बन सकूं।’ मूल्यांकन के दौरान परीक्षक इन्हें पढ़ने के बाद एक-दूसरे से साझा कर रहे हैं। ये बातें परीक्षकों के बीच चर्चा का विषय बनी रही।

1.86 लाख कॉपियों का मूल्यांकन हुआ 

जिले के पांचों मूल्यांकन केंद्रों पर छह दिन में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की करीब 1.86 लाख कॉपियों का मूल्यांकन हुआ है। बृहस्पतिवार को 44057 कॉपियों का मूल्यांकन हुआ। मूल्यांकन केंद्रों को अभी तक 6,62,581 कॉपियां उपलब्ध कराई गई हैं, जबकि आवंटित कॉपियों की संख्या 7,31,566 है।