Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Bareilly Crime News: पत्नी से झगड़े में तीन साल के बेटे का मुंह दबाया, मरा जानकर झाड़ियों में फेंका, जिंदा मिला तो गले लगकर रोया

Default Featured Image

बरेली: पत्नी से जरा सी बात पर विवाद होने के बाद बरेली (bareilly news) के एक सिरफिरे युवक ने खौफनाक कदम उठा लिया। गुस्से में उसने अपने तीन साल के बेटे का मुंह दबाया। वह बेहोश हो गया तो उसे मरा जानकर दूर झाड़ियों में फेंक आया लेकिन किस्मत से बच्चा सही-सलामत (bareilly 3 year old alive) था। होश आने पर वह रोया तो गांव की एक महिला उसकी आवाज पर झाड़ियों में गई और उसे उठाकर अपने घर ले गई। बाद में पुलिस ने बच्चे को खोज निकाला। बच्चे को सही सलामत देखकरसबने राहत की सांस ली।

पत्नी से विवाद के बाद बच्चे को लेकर निकला था
यह हैरतअंगेज वाकया बरेली जनपद के थाना फरीदपुर क्षेत्र का है। यहां के गांव भसोकर में रहने वाला राम लखन पत्नी रेखा और तीन साल के बेटे देव के साथ फरीदपुर में गौसगंज रोड पर स्थित अपने चाचा के यहां आया हुआ था। शनिवार को रामलखन ने पत्नी से घर चलने को कहा लेकिन वह नहीं मानी और रविवार को चलने की बात कहकर वहीं रुक गई। इस पर पति और पत्नी के बीच झगड़ा हो गया।

इससे नाराज राम लखन बेटे को लेकर वहां से चला गया। पत्नी से बोला कि इसे बिशारतगंज रियश्तेदारी में ले जा रहा हूं लेकिन रास्ते में करीब 15 किलोमीटर दूर चौबारी गांव के पास वह रुका और अपने बेटे का मुंह दबा दिया। इससे बच्चा बेहोश हो गया तो उसे मरा जानकर रामलखन ने झाड़ियों में फेंक दिया।

फूफा को बता दिया, झाड़ियों में फेंक दिया है बेटा
चौबारी में बेटे को झाड़ियों में फेंकने के बाद रामलखन बिशारतगंज जाने के बजाय फरीदपुर लौट गया। वहां अपने फूफा के घर पहुंचा और बता दिया कि अपने बेटे को मारकर वह उसे चौबारी के पास झाड़ियों में फेंक आया है। इससे सब हतप्रभ रह गए। उसके फूफा ने फरीदपुर थाना पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने रामलखन को हिरासत में ले लिया। उसके बताए गए स्थान पर चौबारी की झाड़ियों में पुलिस ने बच्चे को काफी ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला।

महिला उठा ले गई थी बच्चे को
बच्चे को खोजने के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि झाड़ियों में पड़े मिले बच्चे को चौबारी के पास स्थित टांडा गांव की एक महिला अपने घर ले गई है। पुलिस उस महिला के घर पहुंची तो मासूम सही-सलामत मिला। इस पर सब आश्चर्यचकित रह गए। जिस बच्चे को मरा मान रहे थे, उसे जीवित देख परिजनों और रिश्तेदारों की खुशी की कोई सीमा नहीं रही।

बच्चे को गले लगाकर खूब रोया पिता
रामलखन गुस्से में अपने ही मासूम बेटे को झाड़ियों में फेंक जरूर आया लेकिन उसे अपनी करतूत का बाद में बेहद अफसोस हुआ। अपने बेटे को सही सलामत देखकर वह बिलख पड़ा। उसे गले लगाकर खूब रोया। वह बोला, ‘मैं अपने बेटे को बहुत प्यार करता हूं उसे मारना नहीं चाहता था लेकिन गुस्से में ऐसा कर गया। जिसका बेहद अफसोस है।’ बेटे के सही सलामत मिलने पर खुश सारे परिजनों और रिश्तेदारों ने उसे करतूत के लिए जी-भरकर डांट लगाई।

अलबत्ता, परिजनों ने अपने बेटे को मारने की कोशिश करने वाले रामलखन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए अभी तक पुलिस में कोई तहरीर नहीं दी है लेकिन फरीदपुर थाना पुलिस का कहना है कि रामलखन ने जो करतूत की है, उसके लिए उसे बिना कार्रवाई के नहीं छोड़ा जा सकता। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।