आगरा के फतेहाबाद की रहने वाली सिपाही सरिता ने रविवार को लखनऊ में किराये के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता लगा रही है। उधर, परिजन सदमे में हैं। वह यही कह रहे हैं कि ऐसी क्या वजह थी, उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। वह दस दिन की छुटटी घर में बिताने के बाद ड्यूटी ज्वाइन करने गई थी। सोमवार को गांव में शव पहुंचते ही करुण क्रंदन गूंजने लगा। बड़ी संख्या में लोग जुट गए। गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
सरिता निषाद लखनऊ के पीजीआई कोतवाली क्षेत्र की कल्ली पश्चिम पुलिस चौकी पर तैनात थी। वह वर्ष 2021 बैच की प्रशिक्षु सिपाही थी। 11 जनवरी को तैनाती हुई थी। एकता नगर में किराये पर रहती थी। रविवार को सरिता को चौकी इंचार्ज ने फोन किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इस पर पुलिस पहुंची।
फंदे से लटका मिला था शव
घर का दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर गई तो वह फंदे पर लटकी मिली थी। सरिता का शव सोमवार को गांव श्रीकृष्णपुरा भरापुर लाया गया। इससे परिवार में कोहराम मच गया। इस दौरान पुलिस के साथ ही बड़ी संख्या में ग्रामीण भी जुट गए। दोपहर में अंतिम संस्कार किया गया।
परिजनों के मुताबिक, सरिता 10 दिन की छुट्टी पर घर आई थी। शनिवार शाम को लखनऊ गई थी। उनको सोमवार को ड्यूटी पर जाना था। मगर, ड्यूटी पर जाने से पहले ही उन्होंने आत्महत्या कर ली। सरिता के छोटे भाई मानवेंद्र ने बताया कि बहन की प्रतिदिन परिवार के लोगों से फोन पर बात होती थी। उसने आत्महत्या क्यों की? इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने जांच की मांग की।
वीडियो कॉल के दौरान तीन बार काटी नस
रविवार को सरिता ने अपने कमरे के अंदर किसी से वीडियो कॉल करते हुए पहले ब्लेड से अपने हाथ की नस को तीन बार काटा। उसके बाद अपने दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे के सहारे फांसी लगा ली। पुलिस का कहना है कि कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस आत्महत्या के कारणों की पड़ताल कर रही है।
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