Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Looteri Dulhan Gang: फिरोजाबाद में फर्जी शादी कराने वाले ने नाबालिग बेटे को लगा दिया ‘दांव’ पर, ऐसी खुली पोल

Default Featured Image

सार
लुटेरी दुल्हन गैंग के एक सदस्य ने पुलिस से बचने के लिए अपने बेटे के अपहरण का ड्रामा रच डाला। नाबालिग बेटे को उस घर में छोड़ आया, जहां उसने फर्जी शादी कराई थी। पुलिस ने किशोर को बरामद कर इसका खुलासा किया। 

ख़बर सुनें

ख़बर सुनें

फिरोजाबाद के टूंडला में रुपये लेकर फर्जी शादी कराने वाले नगला सिंघी निवासी व्यक्ति ने अपने पुत्र के अपहरण का ड्रामा रच डाला। पुलिस ने भरतपुर (राजस्थान) के गांव  बिलौटी से उसके पुत्र को बरामद कर सोमवार को पूरे प्रकरण का खुलासा कर दिया। अपहरण का ड्रामा रचने वाला पिता फरार है। पुलिस उसे तलाश कर रही है। वह लुटेरी दुल्हनों के गैंग का सदस्य है। 

थाना नगला सिंघी पुलिस के मुताबिक गांव ठारवर निवासी जोगेंद्र सिंह रुपये लेकर फर्जी शादी कराने वाले गैंग का सक्रिय सदस्य है। वह अपने साथियों संग वर पक्ष से लाखों रुपये ऐंठकर शादी कराता है। शादी के बाद दुल्हन आभूषण और नकदी समेटकर फरार हो जाती है। जोगेन्द्र सिंह, उसके साथियों और लुटेरी दुल्हनों के विरुद्ध राजस्थान के अलग-अलग जिलों में कई मुकदमे दर्ज हैं। पिछले चार महीने में उसने दो परिवारों के तीन सदस्यों को अपना शिकार बनाया। 

ऐसे खुली आरोपी की पोल 

जोगेन्द्र सिंह ने एक सप्ताह पूर्व तीन लाख रुपये लेकर एक युवती की शादी गांव बिलौटी थाना चिकसाना, राजस्थान निवासी रनवीर सिंह के साथ करा दी। इसी दौरान अखबार में छपी खबर में लुटेरी दुल्हन की फोटो को देखकर रनवीर पूरा खेल समझ गया। उसने पत्नी पर कड़ी नजर रखते हुए बिचौलिया जोगेंद्र सिंह को बहाने से गांव बुला लिया। उससे शादी कराने के दिए तीन लाख रुपये वापस करने की मांग की। तब जोगेंद्र ने अपने 17 वर्षीय बेटे योगेश को 10 मई को गांव बिलौटी बुलाया और रुपयों का इंतजाम करने के बहाने बेटे को वहीं छोड़ आया।

जोगेंद्र ने अपने गांव लौटकर 14 मई को थाना नगला सिंघी पुलिस को पुत्र योगेश के अपहरण की झूठी सूचना दे दी। अपहरण की बात सुन पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। रविवार रात नगला सिंघी पुलिस गांव बिलौटी से योगेश को बरामद कर अपने साथ ले आई और उसके चाचा के सुपुर्द कर दिया। 

पुलिस ने आरोपी के बेटे को बरामद किया 

थाना प्रभारी नगला सिंघी सचिन कुमार ने बताया कि लुटेरी दुल्हनों के गैंग में शामिल जोगेंद्र सिंह ने पुलिस को बेटे के अपहरण की फर्जी सूचना दी थी। इसके साथ वह फरार हो गया है। बरामद योगेश को परिजन को सौंप दिया है। उसके विरुद्ध यहां कोई मामला नहीं है। राजस्थान पुलिस उसकी तलाश कर रही है। 

लोगों को ऐसे बनाते थे शिकार
फर्जी शादी कराने के लिए लुटेरी दुल्हनों के गैंग में कई पुरुष और महिलाएं शामिल हैं। वे हर जगह अपना नाम व पता बदलकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। एक जिले में वारदात के बाद दूसरा जिला व प्रदेश तक बदल देते हैं। इसके चलते आरोपी पुलिस गिरफ्त में नहीं आ पाते। 

राजस्थान में इनके विरुद्ध अलग-अलग नाम पतों से कई मुकदमे दर्ज हैं। 17 फरवरी गैंग में शामिल दो सगी बहनों की शादी सात लाख रुपये लेकर बयाना के बैसोरा निवासी दो सगे भाई कुलदीव व नारायण संग करा दी थी। पांच दिन ससुराल में रहने के बाद लुटेरी दुल्हनें आभूषण व नकदी लेकर फरार हो गईं थीं। जिसका मुकदमा दर्ज कराया गया था।

विस्तार

फिरोजाबाद के टूंडला में रुपये लेकर फर्जी शादी कराने वाले नगला सिंघी निवासी व्यक्ति ने अपने पुत्र के अपहरण का ड्रामा रच डाला। पुलिस ने भरतपुर (राजस्थान) के गांव  बिलौटी से उसके पुत्र को बरामद कर सोमवार को पूरे प्रकरण का खुलासा कर दिया। अपहरण का ड्रामा रचने वाला पिता फरार है। पुलिस उसे तलाश कर रही है। वह लुटेरी दुल्हनों के गैंग का सदस्य है। 

थाना नगला सिंघी पुलिस के मुताबिक गांव ठारवर निवासी जोगेंद्र सिंह रुपये लेकर फर्जी शादी कराने वाले गैंग का सक्रिय सदस्य है। वह अपने साथियों संग वर पक्ष से लाखों रुपये ऐंठकर शादी कराता है। शादी के बाद दुल्हन आभूषण और नकदी समेटकर फरार हो जाती है। जोगेन्द्र सिंह, उसके साथियों और लुटेरी दुल्हनों के विरुद्ध राजस्थान के अलग-अलग जिलों में कई मुकदमे दर्ज हैं। पिछले चार महीने में उसने दो परिवारों के तीन सदस्यों को अपना शिकार बनाया। 

ऐसे खुली आरोपी की पोल 

जोगेन्द्र सिंह ने एक सप्ताह पूर्व तीन लाख रुपये लेकर एक युवती की शादी गांव बिलौटी थाना चिकसाना, राजस्थान निवासी रनवीर सिंह के साथ करा दी। इसी दौरान अखबार में छपी खबर में लुटेरी दुल्हन की फोटो को देखकर रनवीर पूरा खेल समझ गया। उसने पत्नी पर कड़ी नजर रखते हुए बिचौलिया जोगेंद्र सिंह को बहाने से गांव बुला लिया। उससे शादी कराने के दिए तीन लाख रुपये वापस करने की मांग की। तब जोगेंद्र ने अपने 17 वर्षीय बेटे योगेश को 10 मई को गांव बिलौटी बुलाया और रुपयों का इंतजाम करने के बहाने बेटे को वहीं छोड़ आया।