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Agra University: परीक्षा फीस जमा न करने पर 313 कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया पर लगी रोक

आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने 313 कॉलेजों में नए सत्र में प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। नोटिस के बावजूद ये विश्वविद्यालय में परीक्षा शुल्क जमा नहीं कर रहे हैं। इन कॉलेजों पर करीब 10 करोड़ रुपये बकाया है। विवि प्रशासन के इस फैसले से करीब 50 हजार छात्र प्रभावित होंगे।

विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव ने सोमवार को बताया कि 313 कॉलेजों पर करीब 10 करोड़ रुपये बकाया हैं। कई बार नोटिस देने पर भी कॉलेजों ने शुल्क जमा नहीं कराया। ऐसे में ये कॉलेज 2022-23 सत्र में विभिन्न पाठयक्रमों में विद्यार्थियों का प्रवेश नहीं ले सकेंगे। इनकी प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगा दी है।

करीब 10 करोड़ रुपये फीस है बकाया

इन कॉलेजों को पहला नोटिस 21 मई को जारी कर 24 मई तक फीस जमा करने की मोहलत दी गई थी। उस समय 359 कॉलेजों के 58,489 छात्र-छात्राओं की 11.95 करोड़ रुपये फीस बकाया थी। नोटिस के बाद महज 46 कॉलेजों ने ही शुल्क जमा कराया। अभी भी 313 कॉलेजों के 50 हजार विद्यार्थियों के करीब 10 करोड़ रुपये बकाया हैं। इन्हें प्रवेश प्रक्रिया रोकने के नोटिस दिए जा रहे हैं।

आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने 313 कॉलेजों में नए सत्र में प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। नोटिस के बावजूद ये विश्वविद्यालय में परीक्षा शुल्क जमा नहीं कर रहे हैं। इन कॉलेजों पर करीब 10 करोड़ रुपये बकाया है। विवि प्रशासन के इस फैसले से करीब 50 हजार छात्र प्रभावित होंगे।

विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव ने सोमवार को बताया कि 313 कॉलेजों पर करीब 10 करोड़ रुपये बकाया हैं। कई बार नोटिस देने पर भी कॉलेजों ने शुल्क जमा नहीं कराया। ऐसे में ये कॉलेज 2022-23 सत्र में विभिन्न पाठयक्रमों में विद्यार्थियों का प्रवेश नहीं ले सकेंगे। इनकी प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगा दी है।

करीब 10 करोड़ रुपये फीस है बकाया

इन कॉलेजों को पहला नोटिस 21 मई को जारी कर 24 मई तक फीस जमा करने की मोहलत दी गई थी। उस समय 359 कॉलेजों के 58,489 छात्र-छात्राओं की 11.95 करोड़ रुपये फीस बकाया थी। नोटिस के बाद महज 46 कॉलेजों ने ही शुल्क जमा कराया। अभी भी 313 कॉलेजों के 50 हजार विद्यार्थियों के करीब 10 करोड़ रुपये बकाया हैं। इन्हें प्रवेश प्रक्रिया रोकने के नोटिस दिए जा रहे हैं।