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Lakhimpur News: लखीमपुर तिकुनिया कांड के गवाह दिलबाग सिंह पर जानलेवा हमला, इससे पहले दो और विटनेस बने थे निशाना

गोपाल गिरि, लखीमपुर खीरी: यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Khiri) के भारतीय किसान यूनियन राकेश टिकैत ग्रुप के जिलाअध्यक्ष दिलबाग सिंह पर देर शाम घर जाते हुए जानलेवा हमला हो गया। हमले में बाइक सवार लोगों ने दिलबाग की कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी । हालांकि हमले में कार का शीशा छतिग्रस्त हुआ दिलबाग बाल बाल बच गये। दिलबाग खीरी के तिकोनिया हिंसा (Tikunia Violence) मामले में गवाह भी हैं। दिलबाग ने हमले की सूचना पुलिस को दी है, जिसके बाद पुलिस ने दो अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं इससे पहले भी दो अन्य गवाहों पर हमला हो चुका है।

मंगलवार देर रात भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष और तिकुनिया हिंसा कांड में गवाह दिलबाग सिंह पर दो बाइक सवार हमलावरों ने जानलेवा हमला कर दिया। कार सवार दिलबाग सिंह पर ताबड़तोड़ तीन राउंड फायरिंग की गई, जिसमें वह बाल-बाल बच गए। मामले लखीमपुर खीरी के गोला कोतवाली क्षेत्र के अलीगंज का है।

पहले टायर पर मारी गोली, फिर नजदीक से किया हमला
घटना उस वक्त हुई जब मंगलवार देर रात भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष दिलबाग सिंह अपनी कार से घर वापस जा रहे थे। दो बाइक सवार हमलावरों ने पहले उनकी कार के अगले टायरों पर गोली मारकर पंचर कर दिया। इसके बाद कार के करीब जाकर दो राउंड ताबड़तोड़ गोली चलाई। लेकिन गनीमत रही कि दिलबाग सिंह को गोली नहीं लगी। अंधेरे का फायदा उठाते हुए हमलावर मौके से फरार हो गए।

घटना के वक्त साथ नहीं था सुरक्षाकर्मी
दिलबाग सिंह ने इस बात की सूचना पुलिस के अधिकारियों को दी। मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने दिलबाग सिंह से घटना की पूरी जानकारी ली और संदिग्ध लोगों के तलाश में छापेमारी अभियान को चलाया। हालांकि अब तक पुलिस किसी भी हमलावरों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। भारतीय किसान यूनियन राकेश टिकैत ग्रुप के जिलाध्यक्ष होने के साथ-साथ दिलबाग सिंह चर्चित तिकुनिया हिंसा कांड मामले में गवाह भी हैं और उन्हें पुलिस की तरफ से सुरक्षाकर्मी भी मुहैया कराया गया है, लेकिन घटना के वक्त सुरक्षाकर्मी साथ नहीं था।

गवाह दिलजोत सिंह पर भी हुआ था हमला
निघासन इलाके के कुल्हौरी गांव के रहने वाले किसान दिलजोत सिंह पुत्र जरनैल सिंह भी तिकुनिया कांड के गवाह हैं। इन्हें सुप्रीम कोर्ट की ओर से सुरक्षा भी दी गई है। बीती 10 मार्च की देर शाम वह बेलरायां चीनी मिल में गन्ना तौल के लिए जा रहे थे, इस दौरान रास्ते में डांगा गांव के पास सड़क पर जश्न मना रहे कुछ लोगों से विवाद हो गया। हमले में घायल हुए, जिसके बाद पुलिस ने दो नामजद सहित कई लोगों पर केस दर्ज किया था।

दूसरे गवाह पर हमला
लखीमपुर कांड में रामपुर के बिलासपुर थाना क्षेत्र के भुकसौरा के रहने वले हरदीप सिंह पुत्र हरी सिंह भी एक गवाह हैं। 10 अप्रैल की शाम 7 बजे वह अपने मित्र सतिंदर सिंह के साथ बाइक से नवाबगंज गुरूद्वारे से माथा टेककर लौट रहे थे, उनके पीछे उनके साथी जगजीत सिंह दूसरी बाइक पर थे। आरोप लगाया था कि रास्ते में मेहर सिंह दयोल, सिरबजीत सिंह समेत पांच लोगों ने उनको घेर लिया और हमला बोल दिया। मेहर सिंह ने अपने लाइसेंसी पिस्टल की बट से मुंह पर वार कर दिया। इससे वह घायल हो गए। राहगीर मौके की ओर दौड़े तो हमलावर भाग गए। मामले में पुलिस ने मेहर सिंह, सिरबजीत और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।