Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

मोदी राज में निर्यात के मोर्चे पर एक और रिकॉर्ड छलांग, मई में 15.46 प्रतिशत बढ़कर 37.3 अरब डॉलर पर पहुंचा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 के मई महीने में वस्तुओं के निर्यात में 15.46 प्रतिशत बढ़कर 37.29 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार रिकॉर्ड निर्यात में पेट्रोलियम उत्पाद, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान और रसायन क्षेत्र की बेहतर भूमिका रही है। इसके साथ ही वस्तुओं का निर्यात अप्रैल-मई, 2022-23 में 22.26 प्रतिशत बढ़कर 77.08 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। जबकि पिछले वित्त वर्ष के पहले दो माह में यह 63.05 अरब डॉलर रहा था। मई 2022 में पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 52.71 प्रतिशत बढ़कर 8.11 अरब डॉलर रहा। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक सामान के निर्यात में 41.46 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि रेडिमेड कपड़ों का निर्यात 22.94 प्रतिशत बढ़कर 1.36 अरब डॉलर पर पहुंच गया। मई में इंजीनियरिंग सामान का निर्यात 9.3 अरब डॉलर, रत्न और आभूषण का निर्यात 3.1 अरब डॉलर, रसायनों का निर्यात 2.5 अरब डॉलर, जबकि फार्मा निर्यात बढ़कर 1.98 अरब डॉलर पर पहुंच गया।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश-प्रतिदिन नई उपलब्धियों को हासिल कर रहा है। आइए एक नजर डालते हैं प्रमुख उपलब्धियों पर…
निर्यात 418 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा मोदी सरकार ने कोरोना महामारी से उत्पन्न तमाम चुनौतियों के बावजूद अर्थव्यवस्था के सभी सेक्टर्स को प्रोत्साहित करने के साथ ही निर्यात पर भी फोकस किया। इसका नतीजा है कि निर्यात के मोर्चे पर वित्त वर्ष 2021-22 में भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए भारत ने इस दौरान करीब 418 अरब डॉलर का निर्यात करने में सफलता पाई है। वित्त वर्ष खत्म होने से 10 दिन पहले ही भारत ने निर्यात लक्ष्य को हासिल कर लिया। निर्यात की दृष्टि से मार्च 2022 काफी महत्वपूर्ण रहा। इस महीने देश ने 40 अरब डॉलर का निर्यात किया जो एक महीने में निर्यात का सर्वोच्च स्तर है। इसके पहले मार्च 2021 में निर्यात का आंकड़ा 34 अरब डॉलर रहा था।सेवा निर्यात 250 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचाभारतीय अर्थव्यवस्था के हर सेक्टर में सुधार दिखाई दे रहा है। मोदी राज में वित्त वर्ष 2021-22 में कोरोना के बावजूद रिकार्ड 250 अरब डॉलर का सेवा निर्यात किया गया। जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में 195 अरब डॉलर का सेवा निर्यात किया गया था। 250 अरब डॉलर के सेवा निर्यात के साथ ही भारत का कुल निर्यात 669 अरब डॉलर का हो गया। वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि वित्त वर्ष 21-22 में वस्तु का निर्यात 419.5 अरब डॉलर का रहा। वित्त वर्ष 21-22 में सेवा निर्यात के लिए 225 अरब डॉलर का लक्ष्य रखा गया था जिसे पार कर लिया गया।
गेंहू, मक्का और अन्य कृषि उत्पादों के निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि मोदी सरकार के प्रोत्साहन से गेंहू, मक्का और अन्य कृषि उत्पादों के निर्यात में जबरदस्त वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दस महीने में भारत के कृषि न‍िर्यात में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। एपीडा के तहत निर्यात 15.59 बिलियन डॉलर से बढ़कर 19.71 बिलियन डॉलर हुआ। चावल निर्यात में 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई,जिससे 7,696 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कमाई हुई। प‍िछले साल की तुलना में व‍िदेशी बाजारों में भारतीय गेंहू की मांग में जबरदस्त उछाल आया है। अप्रैल-जनवरी 2021-22 के दौरान गेहूं के निर्यात में 1,742 मिलियन डॉलर की भारी वृद्धि दर्ज की गई, जो 2020-21 की इसी अवधि में 387 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जब यह 340.17 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया।केमिकल्स एक्सपोर्ट 106 प्रतिशत बढ़कर 29.3 अरब डॉलर पर पहुंचा
भारतीय रसायनों के निर्यात ने वित्त वर्ष 2013-14 की तुलना में वित्त वर्ष 2021-22 में 106 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान भारत का रसायन निर्यात रिकॉर्ड 29.29 अरब डॉलर रहा। वित्त वर्ष 2013-14 में रसायनों का भारतीय निर्यात 14.21 अरब डॉलर था। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि निर्यात में वृद्धि से प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा मिलेगा।