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भाजपा की डबल इंजन सरकार ने गोमती को दूषित तालाब बना दिया, विश्व पर्यावरण दिवस पर अखिलेश का BJP पर हमला

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अभय सिंह, लखनऊ:विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून ) के अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सभी से पेड़ लगाने, साइकिल चलाने और पर्यावरण बचाने की अपील की है। इसको लेकर सपा मुखिया ने कहा कि पर्यावरण की अनदेखी खतरनाक है। जलवायु परिवर्तन और ग्लोबलवार्मिंग इस सदी की सबसे बड़ी समस्या है। साथ ही अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने गोमती को दूषित तालाब बना दिया है।

पूर्व सीएम ने पर्यावरण को लेकर बोला हमला
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार की पर्यावरण संरक्षण में जरा भी रुचि नहीं है। भाजपा केवल नफरत और बंटवारे की राजनीति में ही उलझी रहती है। भाजपा की सरकार में जल, जमीन और जंगल को तबाह कर पर्यावरण को दूषित करने का काम किया जा रहा है। सामाजिक और पर्यावरणीय वातावरण के दूषित होने से लोगों का जीवन संकट में है। जनता भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार को प्रदेश को प्रदूषित कर मानवजीवन में जहर घोलने के लिए माफ नहीं करेगी।

अखिलेश ने अपने काम गिनाए
वहीं, अखिलेश यादव ने कहा कि जनेश्वर मिश्र पार्क, गोमती रिवरफ्रंट, साइकिल ट्रैक, हाई-वे और पौधारोपण गिनीज वर्ल्ड रेकॉर्ड आदि समाजवादी सरकार में पर्यावरण संरक्षण को लेकर कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने बुंदेलखंड में तालाबों के पुनरुद्धार और नदियों को निर्मल बनाने के लिए कई कदम उठाए थे, जिनसे पर्यावरण में काफी सुधार हुआ था, लेकिन मौजूदा बीजेपी सरकार ने सिर्फ उन्हें बर्बाद करने के अलावा कुछ नहीं किया।

तालाबों को लेकर सपा मुखिया ने लगाया आरोप
अखिलेश ने तालाबों की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने तालाबों की सुरक्षा और उनमें पानी के प्रवाह की व्यवस्था नहीं की, लेकिन संरक्षण देकर दबंगों से तालाबों की जमीनों पर कब्जा अवश्य करा दिया है। गोमती को स्वच्छ बनाने के साथ इसके किनारे रिवरफ्रंट की कल्पना समाजवादी सरकार की देन है, लेकिन बीजेपी की डबल इंजन सरकार ने गोमती को दूषित तालाब बना दिया है।

अखिलेश ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना
अखिलेश यादव यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने पर्यावरण का ऐसा विनाश किया है कि वातावरण प्रदूषण का शिकार हो गया है, भू-जल नीचे जा रहा है। मौसम में परिवर्तन होने से ऋतु चक्र असंतुलित हुआ है। गर्मी बढ़ी है, इससे फसलों को नुकसान पहुंचने से अन्न संकट भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि आक्सीजन की समस्या है, कार्बन उत्सर्जन बढ़ा है और बीमारियां बढ़ी हैं। जलवायु परिवर्तन से प्रदेश के 27 जिले संवेदनशील हैं, जिससे कम बारिश होने का खतरा है। भाजपा सरकार में बीते पांच साल में पौधारोपण के नाम पर खाली कागजी खानापूर्ति का रेकॉर्ड बनाया गया है।