आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार को अच्छी सफलता मिल रही है। सरकार की आर्थिक नीतियों और प्रोत्साहन की वजह से सर्विस सेक्टर का तेजी से विकास हो रहा है। शुक्रवार (03 जून, 2022) को जारी एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सर्विसेज की रिपोर्ट के मुताबिक मई महीने में भारत का सर्विस सेक्टर 11 सालो में सबसे तेजी से विकास किया है। इस महीने में सर्विस सेक्टर का पीएमआई इंडेक्स सालाना आधार पर 58.9 रहा, जो अप्रैल 2011 के बाद सबसे तेज ग्रोथ है। इससे पहले अप्रैल महीने में यह ग्रोथ 57.9 रहा था।
एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सर्विसेज के एसोसिएट डायरेक्टर और अर्थशास्त्री पोलियाना डी लीमा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के फिर से खुलने से सेवा क्षेत्र में वृद्धि में लगातार मदद मिलती रही। मई में जुलाई 2011 के बाद यानी 11 वर्षों में व्यावसायिक गतिविधि सबसे तेज गति से आगे बढ़ी हैं, जो नए ऑर्डर में सबसे तेज बढ़ोतरी से समर्थित हैं। मई लगातार दसवां महीना रहा जब सर्विस सेक्टर के लिए पीएमआई इंडेक्स 50 से ज्यादा रहा।
देश की जीडीपी में सर्विस सेक्टर का योगदान 50 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है। भारत में जितना प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आता है उसमें सबसे ज्यादा सर्विस सेक्टर को मिलता है। निर्यात में भी सर्विस सेक्टर की भागीदारी तेजी से बढ़ी है। गौरतलब है कि लगातार दसवें महीने सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में वृद्धि देखने को मिली है। परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) की भाषा में इसके 50 से ऊपर रहने का मतलब विस्तार से होता है, जबकि 50 से नीचे रहना संकुचन को प्रदर्शित करता है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश–प्रतिदिन नई उपलब्धियों को हासिल कर रहा है। आइए एक नजर डालते हैं प्रमुख उपलब्धियों पर…कोरोना और यूक्रेन संकट के बावजूद भारतीय अर्थव्यस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। इस साल अप्रैल में आठ कोर सेक्टर का उत्पादन 8.4 प्रतिशत बढ़ा है। 8 कोर सेक्टर का सूचकांक अप्रैल, 2022 में 143.2 पर रहा, जो अप्रैल 2021 की तुलना में 8.4 प्रतिशत ग्रोथ को दिखाता है। आठ कोर सेक्टर में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में आठों कोर सेक्टर की हिस्सेदारी 40.27 प्रतिशत है। सरकारी आंकड़े के अनुसार इस साल अप्रैल में पिछले साल की तुलना में कोयला का उत्पादन में 28.8 प्रतिशत, बिजली उत्पादन में 10.7 प्रतिशत, सीमेंट उत्पादन में 10.7 प्रतिशत, रिफाइनरी उत्पाद में 9.2 प्रतिशत,फर्टिलाइजर उत्पादन में 8.7 प्रतिशत और प्राकृतिक गैस उत्पादन में 6.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
अप्रैल के महीने में जीएसटी कलेक्शन ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। देश में जीएसटी लागू होने के बाद से अप्रैल 2022 में सबसे ज्यादा जीएसटी कलेक्शन हुआ है। अप्रैल 2022 के महीने में सकल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,67,540 करोड़ रुपये का रहा, जिसमें सीजीएसटी 33,159 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 41,793 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 81,939 करोड़ रुपये और उपकर 10,649 करोड़ रुपये शामिल हैं। अप्रैल 2022 में जीएसटी संग्रह पिछले महीने से 25,000 करोड़ रुपये अधिक है। पिछले महीने में 1,42,095 करोड़ रुपये जमा हुए थे। ऐसा सातवीं बार हुआ है जब जीएसटी संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया है और यह पहली बार हुआ है कि सकल जीएसटी संग्रह 1.5 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया है।
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