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Kanpur News: कानपुर हिंसा के मास्टर माइंड हयात समेत चार की पुलिस ने मांगी दोबारा रिमांड, इन सवालों का चाहिए जवाब

सुमित शर्मा, कानपुर: कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) के मास्टर माइंड हयात जफर हासमी (Hayat Zafar Hashmi) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस हयात जफर और उसके तीन साथियों को दोबारा पांच दिनों की रिमांड में लेने की तैयारी बना रही है। मंगलवार को पुलिस ने रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी, जिस पर बुधवार को सुनवाई होनी है। दरअसल हिंसा के मास्टर मांइड हयात जफर से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब एसआईटी को नहीं मिले हैं। बैंक डिटेल मिलने के बाद एसआईटी ने फंडिंग को लेकर सवालों की लंबी लिस्ट तैयार की है।

बेकनगंज थाना क्षेत्र स्थित यतीमखाना, नई सड़क में बीते शुक्रवार तीन जून को हिंसा भड़क गई थी। कानपुर हिंसा को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था। दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव, फायरिंग और पेट्रोल बम चले थे। पुलिस ने मास्टर माइंड हयात जफर और उसके साथी जावेद अहमद खान, मो. सूफियान और मो. राहिल को तीन दिनों की रिमांड पर लिया था। शनिवार से शुरू हुई पुलिस रिमांड सोमवार को खत्म हो गई थी। पुलिस रिमांड के दौरान शनिवार और रविवार को बैंक बंद रहते हैं। इसकी वजह से पुलिस को हयात और उसके फंडिंग की डिटेल नहीं मिल पाई थी।

हयात ने क्राउड फंडिंग बात कुबूली थी
विदेशी और प्रतिबंधित संगठनों से होने वाली फंडिंग जुड़े कई सवालों के जवाब एसआईटी को नहीं मिल पाए थे। हयात और उसके परिवार की बैंक डिटेल आने के बाद एसआईटी एक बार फिर से कमर कस ली है। एसआईटी के हाथ बैंक डिटेल मिलने के बाद कई हयात की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। हयात ने पुलिस को बताया था कि मौलाना मोहम्मद अली फैंस एसोसिएशन संस्था को क्राउड फंडिंग की जाती है। जिसमें कई बड़े बिल्डर, कारोबारी और व्यापारी जुडें हैं।

कौन करता है फंडिंग
एसआईटी ने मास्टर माइंड हयात जफर हासमी, उसकी पत्नी और बहन की बैंक डिटेल निकलवाई है। हयात समेत उसके परिवार के चार बैंक खाते हैं। सूत्रों के मुताबिक इनके बैंक खातों में लाखों रुपए की रकम आई है। एसआईटी जानकारी जुटा रही है कि इस तरह की रकम कब से खातों में आ रही है। कौन-कौन एक मुश्त रकम भेजता है, फंडिंग करने वाले कब से रकम भेज रहे हैं। फंडिंग करने वाले कहीं प्रतिबंधित संगठन से जुड़े तो नहीं हैं। फंडिंग करने वालों से हयात कैसे संबंध हैं।