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लम्बी बामारी के बाद बब्बर शेर ‘मनन‘ का देहांत

इटावा सफारी पार्क, इटावा में बब्बर शेर प्रजनन केंद्र का मुख्य जनक बब्बर शेर ‘मनन‘ विगत दिनों से लगातार अस्वस्थ चल रहा था, जिसके उपचार में सफारी पार्क की चिकित्सकीय टीम एवं प्रशासनिक टीम अनवरत लगी रही। विगत 13 जून को ‘‘मनन‘‘ अपरान्ह लगभग 04ः45 बजे ‘‘मनन‘‘ का देहान्त हो गया।
पिता ‘वीर‘ एवं मॉ ‘मयूरी‘ की सन्तान ‘मनन‘ का जन्म 18 फरवरी 2008 को सक्करबाग प्राणि उद्यान, जूनागढ़ (गुजरात) में हुआ था। जनपद इटावा में एशियाई बब्बर शेर प्रजनन केंद्र की स्थापना के निर्णयोपरान्त, ‘मनन‘ को जूनागढ़ से दिनांक 11-04-2014 को इटावा लाया गया था। यहॉ लाये जाने के बाद ‘जैसिका‘ नामक शेरनी से इसका मिलन जून 2016 में हुआ और ‘जैसिका‘ ने गर्भधारण कर अक्टूबर 2016 में दो नर शावकों को जन्म दिया, जो आगे चलकर ‘‘सिम्बा-सुल्तान‘‘ के नाम से जाने गये। बाद के वर्षाे में ‘मनन‘ ने ‘जैसिका‘ के माध्यम से जनवरी 2018 में ‘बाहुबली‘, जून 2019 में ‘‘भरत, रूपा एवं सोना‘‘, अप्रैल 2020 में ‘बब्बर शेरनी जेनिफर‘ के माध्यम से ‘‘केसरी‘‘ तथा दिसम्बर 2020 में पुनः ‘जैसिका‘ के माध्यम से ‘नीरजा एवं गार्गी‘ नामक शावकों के प्रजनन में अपना अपूर्व योगदान दिया।
‘मनन‘ को जूनागढ़ से लाये जाने के समय उसकी कमर के दाहिने भाग पर एक उभार (गॉठ) था, जिसका परीक्षण समय-समय पर भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान, इज्जत नगर, बरेली के वन्य पशु चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा कराया गया और उनके निर्देशानुसार आवश्यक चिकित्सकीय सहायता पहॅुचायी जाती रही। डॉ0 पार्थ सारथी बनर्जी, डॉ0 के0 महेन्द्रन तथा डॉ0 एम0 करीकलन की एक टीम द्वारा ‘मनन‘ का परीक्षण कराया गया तथा कानपुर प्राणि उद्यान के डॉ0 नासिर द्वारा मौके पर जाकर भी ‘मनन‘ का परीक्षण किया गया। मथुरा पशु चिकित्सा संस्थान, मथुरा तथा डॉ0 जेम्स स्टील, पशुचिकित्साधिकारी, स्मिथसोनियन जूलोजिकल पार्क, वॉशिंगटन, डी0सी0, यू0एस0ए0 आदि विशेषज्ञों की भी राय ली गयी। विशेषज्ञों द्वारा मनन की गॉठ को शल्य क्रिया द्वारा हटाये जाने का सुझाव दिया गया। इसी सन्दर्भ में आवश्यक पैथालॉजिकल जॉच के साथ-साथ बायोप्सी जॉच हेतु नमूना जनवरी 2018 में बरेली भेजा गया था, जिसकी परीक्षण रिपोर्ट भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान, इज्जत नगर, बरेली द्वारा प्रेषित की गयी,”Melanoma with variable degree of local dermal invasion and at times showed cellular pleomorphism” होना बताया।
इसी बीच ‘मनन‘ के गॉठ वाले भाग में कुछ वृद्धि होने के साथ ही स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्य समस्याएं भी हो रही थीं, जिस हेतु लगातार विशेषज्ञों से परामर्श किया जा रहा था। ‘मनन‘ के स्वास्थ्य में उत्तरोत्तर गिरावट महसूस की जा रही थी। उसे उच्च से उच्च स्तर की चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए उसके स्वास्थ्य पर सतत निगरानी रखे जाने का भरकस प्रयास किया जाता रहा। माह मई 2022 के दौरान मनन द्वारा भोजन में कमी की जाने लगी। जिस कारण कीपर द्वारा उसे हैण्ड फीडिंग कराया जाने लगा।
जून के प्रथम सप्ताह में मनन की बायोप्सी रिपोर्ट प्राप्त हुयी, जिसमें उसे Amelonotic Melanoma नामक बीमारी से ग्रस्त बताया गया, जो एक प्रकार का स्किन कैंसर है। सफारी प्रशासन द्वारा 07 जून 2022 को निदेशक, भारतीय वन्यजीव अनुसंधान, संस्थान, बरेली को सफारी में विशेषज्ञ टीम भेजने हेतु लिखा गया। भारतीय वन्यजीव अनुसंधान संस्थान, बरेली के विशेषज्ञों द्वारा ‘मनन‘ को अन्य जॉच पूर्ण होने तक Palliative Treatment की सलाह दी गयी। जिसे Palliative Treatment पर रखा गया। दिनांक 13.06-2022 को ‘‘मनन‘‘ का शारीरिक तापमान जॉच में अधिक पाया गया तथा वह मुंह से सांस ले रहा था। उसे एण्टी पाइरेटिक दवाओं के साथ-साथ Fluid Therapy भी दी गई किन्तु अपरान्ह लगभग 04ः45 बजे ‘‘मनन‘‘ का देहान्त हो गया। इटावा सफारी प्रशासन सहित पूरा वन विभाग इस घटना से आहत व दुःखी है।