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मांडर में बोले सीएम, केंद्रीय एजेंसियों का दुरुप

Ranchi : मांडर उपचुनाव में महागठबंधन प्रत्याशी शिल्पी नेहा तिर्की के पक्ष में वोट देने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देर शाम तक कई चुनावी जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने लापुंग, सिलागांई, चान्हो, बाजारटांड में चुनावी सभा को संबोधित किया. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने जहां मांडर की जनता से शिल्पी नेहा तिर्की के पक्ष में बड़े पैमाने पर वोट देने की अपील की, वहीं बीजेपी नेताओं पर भी जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व के तीनों उपचुनावों (दुमका, बेरमो, मधुपुर) में बीजेपी को जनता ने सच का आईना दिखाया. हर बार इन्होंने झूठ बोलकर जनता को बरगलाने की कोशिश की, मगर उल्टा जनता ने इन्हें चलता कर दिया. अब यह राजनैतिक द्वंद में हमसे पार नहीं पा रहे हैं तो एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं. जनता इनके हर एक फरेब से वाकिफ है.

समाज में जहर घोलने के अलावा बीजेपी का कोई काम नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज में जहर घोलने के अलावा बीजेपी का कोई काम नहीं है. सरकारी संपत्ति बेचने में माहिर बीजेपी वालों ने एयरपोर्ट बेच दिया, ट्रेन बेच दिया, बन्दरगाह बेच दिया.अब यह सेना जैसी महान सेवा में भी कॉन्ट्रेक्ट में बहाली करने जा रहे हैं. वो दिन दूर नहीं जब बीजेपी देश बेच कर निकल जाएगी.

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मांडर उपचुनाव में भी जनता बीजेपी को धूल चटाएगी

मुख्यमंत्री ने कहा, विगत 2.5 वर्षों में झारखंड ने 3 – 3 उपचुनाव देखें. तीनों में झारखंड की जनता ने बीजेपी के झूठ और फरेब को नकारा. जनता मांडर उपचुनाव में भी बीजेपी को धूल चटाएगी. उन्होंने जनता से कहा, मांडर की बेटी शिल्पी नेहा तिर्की गठबंधन की उम्मीदवार है. 2 नंबर पर बटन दबाकर गठबंधन उम्मीदवार को भारी मतों से विजयी बनाएं.

गरीबों के लिए काम कर रहा हूं, यह बीजेपी को पच नहीं रहा है

हेमंत सोरेन ने कहा, झारखंड सरकार लाखों गरीबों को पेंशन और राशन दे रही है. लाखों वंचितों को धोती, साड़ी और लुंगी दे रही है जिससे वह सम्मान से अपना जीवन जी रहे हैं.

मैं गरीब जनता के लिए काम रहा हूं, यही बीजेपी को नहीं पच रहा है. यह नहीं चाहते एक आदिवासी मुख्यमंत्री लोगों की सेवा करे, उन्हें सम्मान दे. हमने केंद्र से झारखंड का 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया मांग लिया तो ये हमारे पीछे पड़ गए. कोई इनसे अधिकार मांगता है तो यह तथाकथित संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करते हैं. जो इनके खिलाफ बोलता है, उन्हें यह तंग करने करते हैं. मगर हम भी झारखंड की संघर्षशील मिट्टी की पैदाइश हैं.

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