Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Noida Airport: नोएडा एयरपोर्ट पर बनेगा एशिया पैसेफिक ट्रांजिट हब, देशों से शुरू हुई बात…जानिए क्या होगा फायदा

Default Featured Image

ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के जेवर में बन रहे देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट (Jewar International Airport) को एशिया पैसेफिक ट्रांजिट हब बनाया जाएगा। यूपी सरकार के निर्देश पर यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) ने इस एयरपोर्ट का निर्माण कर रही स्विटजरलैंड की ज्यूरिख एयरपोर्ट (AG) को इसके लिए अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस से बात करने को कहा है। दूसरी तरफ ज्यूरिख एयरपोर्ट ने विदेश से नोएडा एयरपोर्ट (Noida Airport) आने वाले विमान यात्रियों को भारत के दूसरे शहरों में जाने के लिए उड़ान पकड़ने के लिए कॉमन होल्डिंग एरिया से जाने के दौरान दूसरी बार सिक्यॉरिटी चेकिंग से छूट देने की सिफारिश का प्रस्ताव दोबारा दिया है।

ट्रांजिट हब के निर्माण से प्रदेश के खजाने में वृद्धि होगी। दरअसल, किसी भी एयरलाइंस का एक से दूसरे देश की उड़ान भरने के दौरान आमतौर कहीं न कहीं उसके लिए बने ट्रांजिट हब से गुजरना ही पड़ता है। ट्रांजिट हब बने एयरपोर्ट पर दूसरे देश की उड़ान भरने से पहले विमान ठहरता ही है। इस दौरान यात्रियों के पास कई घंटे रिलेक्स करने के साथ खाने-पीने व घूमने के लिए होते हैं। ट्रांजिट हब बनने से होटल, खाने-पीने के रेस्तरां, मॉल सहित बहुत कुछ का निर्माण होने के साथ लोगों को काम मिलेगा।

अंतरराष्ट्रीय विमान यात्रियों की तरफ से खर्च किए जाने वाले धन से एयरपोर्ट की कमाई के साथ यूपी सरकार का खजाना भी बढ़ेगा। यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि ज्यूरिख एजी को इसके लिए प्रस्ताव दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस से बात करने के बाद ट्रांजिट हब बनने का रास्ता साफ हो जाएगा। ज्यूरिख एयरपोर्ट के अधिकारियों ने जापान, ऑस्ट्रेलिया व सिंगापुर सहित कई देशों की अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस से बातचीत शुरू कर दी है।

यात्रियों को सिक्यॉरिटी चेकिंग से मिले छूट
दुनिया के किसी देश से भारत घूमने आए अंतरराष्ट्रीय पर्यटक को अगर अयोध्या या काशी जाना है तो उसे नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर आने के बाद दूसरी उड़ान पकड़ने के लिए कॉमन होल्डिंग एरिया में रहकर इंतजार करना होगा। कॉमन होल्डिंग एरिया से फिर विमान पकड़ने पर सिक्यॉरिटी चेक से छूट देने का प्रस्ताव खारिज कर चुकी यूपी सरकार से ज्यूरिख एजी ने इसके बारे में पुर्नविचार का अनुरोध किया है।

ज्यूरिख के इस प्रस्ताव को यमुना अथॉरिटी ने प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग को भेज दिया है। इसके पीछे तर्क दिया गया है यात्रियों को सिक्यॉरिटी चेक के झंझट से मुक्ति मिलेगी और वे रिलेक्स महसूस करेंगे।