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बिकरू कांड के दो साल: आज के ही दिन गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा था बिकरू गांव, आठ पुलिसकर्मियों की हुई थी हत्या

आज से ठीक दो साल पहले आधी रात को दहशतगर्द गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने डीएसपी समेत आठ पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। एक-एक पुलिसकर्मी को दर्जनों गोलियां मारी थीं। पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर आठ दिन के भीतर विकास दुबे समेत छह बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया था।

54 आरोपी अभी भी जेल में बंद हैं। केस का ट्रायल अभी भी जारी है। तत्कालीन चौबेपुर एसओ विनय तिवारी सहित, भीटी प्रधान जिलेदार यादव सहित कई लोग गैंगेस्टर का साथ देने में जेल की हवा खा रहे हैं। दो जुलाई 2020 की रात को चौबेपुर के जादेपुरधस्सा गांव निवासी राहुल तिवारी ने विकास दुबे व उसके साथियों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया था।

एफआईआर दर्ज करने के बाद उसी रात करीब साढ़े बारह बजे तत्कालीन सीओ बिल्हौर देवेंद्र कुमार मिश्रा के नेतृत्व में बिकरू गांव में दबिश दी गई। यहां पर पहले से ही विकास दुबे और उसके गुर्गे घात लगाए बैठे थे। घर पर पुलिस को रोकने के लिए जेसीबी लगाई थी। पुलिस के पहुंचते ही बदमाशों ने उन पर छतों सेे गोलियां बरसानी शुरू कर दी थीं। चंद मिनटों में सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। पुलिसकर्मियों की हत्या कर ये सभी फरार हो गए थे।

तीन जुलाई की सुबह से शुरू हुए थे एनकाउंटर

पुलिस ने तीन जुलाई की सुबह विकास के रिश्तेदार प्रेम कुमार पांडेय और अतुल दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया था। इसके बाद हमीरपुर में अमर दुबे और इटावा में प्रवीण दुबे को मारा गया। फिर पुलिस कस्टडी से भागने पर पनकी में प्रभात मिश्रा उर्फ कार्तिकेय मिश्रा ढेर कर दिया गया। नौ जुलाई की सुबह उज्जैन में नाटकीय ढंग से सरेंडर हुए दहशतगर्द विकास दुबे सचेंडी थाना क्षेत्र में भागने के दौरान मारा गया था। एसटीएफ ने दावा किया था कि गाड़ी पलटने की वजह से विकास पिस्टल लूटकर भागा और गोली चलाई थी। जवाबी कार्रवाई में वो ढेर हो गया था।

खुशी समेत 54 आरोपी हैं बंद, पांच पर एनएसए

बिकरू कांड के बाद पुलिस ने 66 आरोपियों को जेल भेजा था, जिसमें अमर दुबे की पत्नी खुशी समेत चार महिलाएं भी शामिल थीं। मामले में पुलिस ने अब तक शिवम दुबे उर्फ दलाल, राजेंद्र और बबलू मुसलान समेत पांच पर एनएसए की कार्रवाई की है। 

ये जांबाज हुए थे शहीद

डीसीपी देवेंद्र कुमार मिश्रा

एसओ महेश कुमार यादव

दरोगा अनूप कुमार सिंह

दरोगा नेबूलाल

सिपाही जितेंद्र पाल

सिपाही सुलतान सिंह

सिपाही बबलू कुमार

सिपाही राहुल कुमार

बिकरू कांड में अब तक की कार्रवाई

80 एफआईआर दर्ज हुई थी

62 मामलों में चार्जशीट लगाई गई

66 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी

54 वर्तमान में जेल में बंद हैं बाकी जमानत पर बाहर हैं

39 मामलों में कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं

36 लोगों को गैंगस्टर एक्ट के तीन मामलों में आरोपी बनाया गया

30 लोगों का शस्त्र निरस्त किया गया

ये संपत्तियां हुई जब्त

विकास  दुबे   67 करोड़

जय बाजपेई   2 करोड़ 97 लाख

विष्णु पाल 7 लाख की संपत्ति जब्त की गई

कुल 70 करोड़ 4 लाख की संपत्ति जब्त की गई

कांड के बाद बदतर हुई कई जिंदगी

अमर दुबे शादी के दो दिन बाद मारा गया था, साजिश में शामिल होने के आरोप में नई नवेली दुल्हन खुशी दुबे, मां वर्षा दुबे, पिता संजू दुबे जेल में हैं। यही हाल विकास दुबे के मुंह बोले मामा मृतक प्रेम प्रकाश के घर का भी है, बेटा शशिकांत जेल में है पत्नी मनू बच्चों के साथ दर-दर की ठोकरें खा रही है। बिकरू का रोजगार सेवक धर्मेंद्र उर्फ हीरू पंडित का भी पूरा परिवार जेल में है। विकास दुबे के पिता रामकुमार और माता सरला देवी का भी बिकरू कांड के बाद जीना दुश्वार है, दोनों परेशान हैं और एक पुत्र अविनाश दुबे और बिकरू की प्रधान रहीं बहू अंजलि दुबे को बचाने के लिए उनके साथ नहीं रह पा रहे हैं।

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