Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

शुभम संदेश एक्सक्लूसिव: खूंटी में बने पॉलिटेक्निक कॉलेज से संचालित होगा झारखंड का पहला डिजिटल स्किल यूनिवर्सिटी

आठ कॉलेजों में हर साल 7500 बच्चों का होगा नामांकन
मॉनसून सत्र 2022 से बदलेगी झारखंड की शिक्षा व्यवस्था
सत्र में शिक्षा से जुड़े विधेयक हो सकते हैं पेश
इनमें स्किल यूनिवर्सिटी, अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी सहित विश्वविद्यालय में नियुक्ति नियम में बदलाव संभव

Nitesh Ojha

Ranchi: झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार लाने के लिए विधानसभा का मॉनसून सत्र काफी अहम साबित होने जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा से जुड़ी चार महत्वपूर्ण विधेयक पेश होने की संभावना है. इसमें सबसे प्रमुख झारखंड का पहला डिजिटल स्किल यूनिवर्सिटी शामिल है. विभाग द्वारा इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी है. यह डिजिटल स्किल यूनिवर्सिटी खूंटी में 2018 से बनकर तैयार पॉलिटेक्निक कॉलेज से संचालित होगा. इसे संचालित करने का जिम्मा प्रज्ञा फाउंडेशन को दिया गया है. बता दें कि प्रज्ञा फाउंडेशन, कल्याण विभाग झारखंड सरकार का एक अंग है. इसके अलावा मॉनसून सत्र में अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी, विश्वविद्यालय में नियुक्ति प्रकिया मे बदलाव सहित पंडित रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक पेश किया जा सकता है.

स्किल यूनिवर्सिटी में शामिल होंगे आठ पॉलिटेक्निक कॉलेज, हर साल 7500 बच्चों का होगा नामांकन

2018 में झारखंड में कुल आठ पॉलिटेक्निक कॉलेज बनाये गये थे. ये कॉलेज खूंटी, लोहरदगा, पलामू, चतरा, जामताड़ा, गोड्डा, बगोदर और हजारीबाग में बनाये गये हैं. अभी इसे हैंडओवर करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा इसपर कार्य किया जा रहा है. इसमें से खूंटी पॉलिटेक्निक कॉलेज से डिजिटल स्किल यूनिवर्सिटी का संचालन होगा. इसके अंतर्गत उपरोक्त सातो कॉलेज कार्य करेंगे. पूरे आठ पॉलिटेनिक कॉलेज में कुल 3700 बच्चों का नामांकन कराकर उन्हें स्किल कराया जाएगा. इन पॉलिटेनिक कॉलेजों में एक साल में दो सत्रों में नामांकन लिया जाएगा. उस हिसाब से हर साल करीब करीब 7500 बच्चों का नामांकन करा उसे डिजिटल स्किल करने की तैयारी सरकार ने की है.

लगातार को पढ़ने और बेहतर अनुभव के लिए डाउनलोड करें एंड्रॉयड ऐप। ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे

सीएम ने कहा था, सरकार लाना चाहती है शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार

बता दें कि दिसम्बर 2021 में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार लाना चाहती है. सरकार का लक्ष्य प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार के लिए अवसर सुनिश्चित कराना है और इसलिए वो डिजिटल स्किल यूनिवर्सिटी खोलने की बात कर रही है. बजट सत्र– 2022 के समापन में मुख्यमंत्री ने इस बात को दोहराया था कि सरकार जल्द ही डिजिटल स्किल यूनिवर्सिटी को धरातल पर उतारेगी.

बेंगलुरु और भोपाल के बाद तीसरा अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी रांची के इटकी में

मॉनसून सत्र में अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी खुलने से संबंधित विधेयक लाया जा सकता है. बेंगलुरु, भोपाल के बाद अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा यह यूनिवर्सिटी रांची के इटकी सेनिटोरियम में खोला जाना है. अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा इसके निर्माण में करीब 900 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे. इसमें सभी तरह की आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाएगी.

विभाग की जगह विश्वविदयालयों को यूनिट मानकर होगी नियुक्ति

राज्य में कार्यरत सभी विश्वविद्यालयों में अब विभाग की जगह विश्वविद्यालय को एक यूनिट मानकर नियुक्ति प्रक्रिया होगी. इसके लिए झारखंड विश्वविद्यालय अधिनियम 2001 में संशोधन किया जाएगा. इससे संबंधित विधेयक विधानसभा में आने की उम्मीद है. अधिनियम में संशोधन का उद्देश्य नियुक्ति में आरक्षण के रोस्टर नियमावली का पालन सुनिश्चित करना है.

रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विश्वविद्यालय संशोधित विधेयक भी होगा पेश

पिछले शीतकालीन सत्र में सदन से पास पंडित रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विश्वविद्यालय विधेयक-2021 को अब संशोधन कर फिर से पेश किया जाएगा. बता दें कि राज्यपाल रमेश बैस ने पंडित रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विवि विधेयक के हिंदी और अंग्रेजी कॉपियों को अलग-अलग बता कर वापस कर दिया था. राज्य में खुलने वाला जनजातीय विश्वविद्यालय, पूर्वी भारत का पहला जनजातीय विश्वविद्यालय होगा.

 

आप डेली हंट ऐप के जरिए भी हमारी खबरें पढ़ सकते हैं। इसके लिए डेलीहंट एप पर जाएं और lagatar.in को फॉलो करें। डेलीहंट ऐप पे हमें फॉलो करने के लिए क्लिक करें।