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बस्ती में गैंगस्टर श्रवण पटवा की अवैध संपत्ति पर चला प्रशासन का डंडा, ढोल पीटकर कुर्क की गई 1.8 करोड़ की प्रॉपर्टी

बस्तीः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत जिले के टॉप अपराधियों पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में जिलाधिकारी (डीएम) के आदेश पर वॉल्टरगंज थाना के पेड़ा चौराहे के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर श्रवण पटवा पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। हिस्ट्रीशीटर श्रवण पटवा की 1.8 करोड़ की संपत्ति को पुलिस ने कुर्क कर लिया है। अपराध से अर्जित की गई हिस्ट्रीशीटर की सभी संपत्ति को सरकारी संपत्ति घोषित कर दी गई है।

पुलिस ने ढोल बजाकर लोगों को कुर्की का आदेश सुनाया
डीएम के आदेश पर वॉल्टरगंज थाना की पुलिस हिस्ट्रीशीटर श्रवण पटवा के घर पहुंची। कुर्की के पहले ढोल बजाकर बाकायदा मुनादी की गई। इसके बाद अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्तियों को सील करने की कार्रवाई शुरू की गई। कुर्क की गई संपत्ति की अनुमानित कीमत 1.8 करोड़ बताई जा रही है।

अपराध से अर्जित मकान और फैक्ट्री सीज
आरोपी की अपराध से अर्जित की गई अवैध संपत्ति, जिसमें मुख्य सड़क पर बना मकान और दुकान, नमकीन की फैक्ट्री, जनरेटर, 2 बाइक शामिल है, को प्रशासन ने कुर्क किया है। एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिले के टॉप टेन अपराधी श्रवण पटवा पर पूर्व में कई मुकदमे लिखकर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। उसकी अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को कुर्क कर सील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

ढोल बजाकर की गई मुनादी

रंगदारी केस में भी दर्ज है मुकदमा
जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल श्रवण पटवा पर कई मुकदमे दर्ज हैं। वह चर्चा में तब आया था, जब उसने पुरानी बस्ती के एक किराना व्यापारी से फोन पर 10 लाख की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी न देने पर व्यापारी के बेटे को अपहरण की धमकी दी थी। वॉल्टरगंज थाना में कई मुकदमे उसके ऊपर पहले से दर्ज हैं। वॉल्टरगंज थाना का वह हिस्ट्रीशीटर है।

रिपोर्टः वसीम अहमद

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