हमारे संवाददाता
फतेहगढ़ साहिब, 23 अगस्त
जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष बलजीत सिंह भुट्टा के नेतृत्व में एक गैर-सरकारी संगठन ने आज डीसी को एक ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया कि ढेलेदार त्वचा रोग के कारण मरने वाले मवेशियों को दिशा-निर्देशों के अनुसार दफन नहीं किया जा रहा है।
भुट्टा ने कहा कि हड्डा रोडी में शवों को खुले में फेंका जा रहा है, जिससे यह बीमारी और फैल सकती है।
डीसी परनीत शेरगिल ने पशुपालन विभाग के उप निदेशक को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि मरे हुए जानवरों को मानदंडों के अनुसार दफनाया जाए।
पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ जमील अहमद ने कहा, “जो भी जानवर ढेलेदार त्वचा रोग के कारण मर जाता है, उसे दफनाना पड़ता है। उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने कहा कि जिले में 125 मवेशियों की मौत हो चुकी है और 9,820 मवेशियों का टीकाकरण किया जा चुका है।
#फतेहगढ़ साहब #ढेलेदार चर्म रोग
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