वयोवृद्ध कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को कड़े शब्दों में लिखे पत्र में, आजाद ने कहा, “पूरी संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया एक दिखावा और दिखावा है। देश में कहीं भी किसी भी स्तर पर संगठन के स्तर पर चुनाव नहीं हुए हैं। ‘दुर्भाग्य से हमें यह पत्र पढ़ना पड़ा: गुलाम नबी आजाद का कांग्रेस से बाहर होना’
पांच पन्नों के पत्र में उन्होंने कहा, ‘एआईसीसी के चुने हुए लेफ्टिनेंटों को 24 अकबर रोड में बैठे एआईसीसी को चलाने वाली मंडली द्वारा तैयार की गई सूचियों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया है।’
आजाद के पार्टी से बाहर होने पर कांग्रेस नेताओं, पार्टी कार्यकर्ताओं और पार्टी लाइनों के नेताओं ने प्रतिक्रिया व्यक्त की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, “ऐसे समय में जब भारत जोड़ी यात्रा रैली को सफल बनाने में कांग्रेस का हर पुरुष और महिला शामिल है, और कांग्रेस का हर पुरुष और महिला भारत यात्री बनना चाहता है और इस 3500 पर राहुल गांधी के साथ चलना चाहता है। – किमी लंबी यात्रा, यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और खेदजनक है कि हमें यह पत्र पढ़ना पड़ा।
कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे, दुख की बात है कि जब पार्टी मुद्रास्फीति, ध्रुवीकरण के खिलाफ लड़ रही थी तो उन्होंने छोड़ दिया।”
आजाद ने अपने पत्र में लिखा, “सभी वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को दरकिनार कर दिया गया और अनुभवहीन चाटुकारों की नई मंडली पार्टी के मामलों को चलाने लगी।”
#घड़ी | दरअसल, यह गुट कांग्रेस के भीतर ‘कांग्रेस तोडो अभियान’ पर काम कर रहा है, सभी नेक नेताओं को बाहर कर रहा है। इस ‘दरबारी’ संस्कृति से परेशान हज़ारों नेकदिल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं को यह पत्र ज़ोर-ज़ोर से बयान करता है: जयवीर शेरगिल pic.twitter.com/cs4hUwuYM5
– एएनआई (@ANI) 26 अगस्त, 2022
बुधवार को पार्टी छोड़ने वाले कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “वास्तव में, यह दल कांग्रेस के भीतर ‘कांग्रेस टोडो अभियान’ पर काम कर रहा है, सभी अच्छे नेताओं को बाहर कर रहा है। यह पत्र उन हजारों नेकदिल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं को बयां करता है जो इस ‘दरबारी’ संस्कृति से परेशान हैं।”
बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई ने कहा, ‘यह कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस आत्म-विनाश, आत्मघाती मोड में है। मेरा सुझाव है कि राहुल गांधी अपने अहंकार को अलग रखें… गुलाम नबी आजाद का भाजपा में स्वागत है। अगर पार्टी मुझसे पूछे तो मैं उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए मना सकता हूं।
आजाद ने अपने पत्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर 2013 में पार्टी के उपाध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद “पूरे परामर्श तंत्र जो पहले मौजूद थे” को ध्वस्त करने का आरोप लगाया।
लंबे समय से अफवाह उड़ रही थी लेकिन कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका भी कम नहीं था। शायद हाल के दिनों में पार्टी छोड़ने वाले सबसे वरिष्ठ नेता, उनका इस्तीफा पत्र बहुत दर्दनाक पढ़ने के लिए है। भारत की भव्य पुरानी पार्टी को फूटते हुए देखना दुखद और काफी डरावना है। https://t.co/Z6gj9AophE
– उमर अब्दुल्ला (@OmarAbdullah) 26 अगस्त, 2022
नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आजाद का कांग्रेस से इस्तीफा पार्टी के लिए एक झटका था और पार्टी का विस्फोट देखना दुखद और डरावना था। अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, “लंबे समय से अफवाह उड़ी थी लेकिन कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका कम नहीं है। शायद हाल के दिनों में पार्टी छोड़ने वाले सबसे वरिष्ठ नेता, उनका इस्तीफा पत्र बहुत दर्दनाक पढ़ने के लिए है। भारत की भव्य पुरानी पार्टी को फूटते हुए देखना दुखद और काफी डरावना है।”
More Stories
राजस्थान: झुंझुनू में कोलिहान तांबे की खदान में लिफ्ट ढहने की घटना के बाद 5 लोगों को निकाला गया, बचाव अभियान जारी
सह-यात्रियों के आभूषण, कीमती सामान चुराने वाला व्यक्ति पकड़ा गया; एक साल में 200 उड़ानें भरीं
कनाडा की सबसे बड़ी सोना, नकदी डकैती: 22 मिलियन कनाडाई डॉलर की चोरी के मामले में तीसरा भारतीय मूल का व्यक्ति गिरफ्तार |