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लालच ने पकड़वा दिया, 25 करोड़ में तय हुई डील, 50 मांग रहे थे, 15 साल पहले बांदा के मंदिर से हुई चोरी हुई थीं 2 मूर्तियां

कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी महेवाघाट पुलिस ने गुरुवार देर रात मूर्ति चोरी और तस्करी में लिप्त बड़े गैंग का पर्दाफाश किया। रात करीब 2 बजे मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने 10 बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अष्टधातु के 2 मूर्ति बरामद की है। पुलिस ने मूर्तियों की अनुमानित बाजार कीमत करीब 90 करोड़ रुपये आंकी गई है। मूर्ति ठाकुर जी (भगवान) की बताई जा रही है। बदमाशों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वह मूर्तियों को फतेहपुर जिले के व्यक्ति के जरिये केरल राज्य के एक व्यापारी को बेचने वाले थे। जिसकी कीमत व्यापारी ने 25 करोड़ आंकी गई थी, वह मूर्तियों की कीमत 50 करोड़ रुपये मांग रहे थे।

महेवाघाट पुलिस गुरुवार देर रात अपराध रोकने के लिए गश्त कर रही थी। रात करीब 1 बजे एक मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी कि कौशांबी चित्रकूट हाईवे पर बने महेवाघाट पुल के समीप एक पेड़ के नीचे एक दर्जन के करीब व्यक्ति किसी अवैध वस्तु की खरीद फरोख्त कर रहे हैं। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की। जिसमें 10 बदमाश मौके से गिरफ्तार किए गए। वहीं, 2 बदमाश मोटरसाइकिल से राजपुर चित्रकूट की तरफ फरार हो गए। पुलिस ने दस बदमाशों के कब्जे से 2 प्लास्टिक की बोरियों में छिपाकर रखी गई। पीले रंग की अष्टधातु की बेश कीमती मूर्ति बरामद हुई, जिसमें एक मूर्ति ठाकुर जी (भगवान्) और दूसरी मूर्ति टूटी हालत में सिर-धड़ पैर आदि मिले हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूर्तियों की कीमत सैकड़ों करोड़ रुपये में है।

पुलिस ने मूर्ति के समेत चित्रकूट कौशांबी फतेहपुर बांदा जिले के रहने वाले 10 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए बदमाश का नाम उस्मान उल्ला उर्फ़ चांद बाबू, रामकिशोर, राम प्रसाद, मुसद्दर, ननका, नीरज विश्वकर्मा, जीतेन्द्र शुक्ला, बाबू जी सोनकर, संतोष कुमार पटेल, विपिन शुक्ल बताया जा रहा है, जबकि पुलिस की गिरफ्त से फरार होने वाले बदमाश मुन्नू लाल और शंकर लाल बताए जा रहे हैं।

इंस्पेक्टर महेवाघाट रोशन लाल ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उन्होंने यह मूर्ति बांदा जिले के बबेरू थाना क्षेत्र के अछाह गांव के एक मंदिर से करीब 15 वर्ष पहले चोरी कर छिपा दी थी। पिछले 3 साल से मूर्तियों को बच बचाकर महेवाघाट इलाके में लाए थे। बेचने के लिए वह फतेहपुर के एक व्यक्ति के जरिये केरल के बड़े व्यापारी से 50 करोड़ रुपये मूर्ति के बदले मांग रहे थे। व्यापारी 25 करोड़ रुपये देने को तैयार था। वह कीमत बढ़ाने का इन्तजार कर रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। पुलिस ने बदमाशों को जेल भेज दिया है।
इनपुट- अशोक विश्वकर्मा

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