प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एनआईए अदालत को बताया है कि वह विदेशों से बैंकिंग लेनदेन की जांच कर रहा है जिसका कथित तौर पर भारत में गैरकानूनी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया गया था, जिसके बाद एनआईए अदालत ने पीएफआई की दिल्ली इकाई के तीन शीर्ष पदाधिकारियों को शुक्रवार को सात दिनों की हिरासत में भेज दिया।
विशेष न्यायाधीश (एनआईए) शैलेंद्र मलिक ने आरोपी परवेज अहमद, जो पीएफआई की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष हैं, महासचिव मोहम्मद इलियास और कार्यालय सचिव मोहम्मद मतीन को एक सप्ताह की ईडी हिरासत में दे दिया।
अदालत ने कहा कि जांच शुरुआती चरण में है और आरोपी और स्रोत द्वारा चंदे की प्राप्ति के विवरण का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
विशेष लोक अभियोजक एनके मट्टा ने अदालत को बताया कि आरोपियों ने चंदा, हवाला लेनदेन और बैंकिंग चैनलों के जरिए धन इकट्ठा किया, जिसका इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया गया।
ईडी ने यह भी दावा किया कि पीएफआई पदाधिकारियों द्वारा कई वर्षों से रची गई साजिश के तहत एक गुप्त चैनल के माध्यम से धन के विदेशी हस्तांतरण के सबूत मिले हैं।
आरोपियों के कानूनी सहायता वकीलों ने अदालत को बताया कि पीएफआई के पदाधिकारियों ने पहले ही एजेंसी को अपना बयान दे दिया था और उनकी हिरासत की जरूरत नहीं थी क्योंकि बैंकिंग चैनल लेनदेन को उनकी हिरासत के बिना सत्यापित किया जा सकता है।
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