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आरोपी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग: एक उपनिरीक्षक, सिपाही लाइन हाजिर, क्या है पूरा मामला ?

ख़बर सुनेंमधुबन थाना क्षेत्र के एक व्यापारी से मारपीट के मामले में बुधवार की दोपहर तहसील क्षेत्र के सभी व्यापारी लामबंद हो गए। शहीद स्मारक स्थल पर पहले बैठक करने के बाद व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। व्यापारियों के प्रदर्शन की सूचना पर एसडीएम- सीओ मधुबन मौके पर पहुंचे और मारपीट के दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने की सूचना देकर विरोध शांत कराने की कोशिश की। लेकिन व्यापारियों ने एकमत में दोनों पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। साथ ही चेताया कि मांग पूरी न होने पर मधुबन तहसील का दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन नहीं किया जाएगा। जिस पर व्यापारियों की बैठक कर एक टीम गठित कर मामले में दोषी पुलिसकर्मियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की बात कही। जिसके बाद व्यापारियों ने मूर्ती विसर्जन करने के लिए स्वीकृति दी।

बुधवार की सुबह करीब ग्यारह बजे सभी व्यापारी अपनी दुकानें बंद कर सड़क पर आ गये। जहां दोपहर बारह बजे मधुबन बाजार में शहीद स्मारक पर व्यापारियों पर पहुंचे। यहां व्यापारियों ने बैठक कर गत दिनों सर्राफा व्यापारी सौरभ गुप्ता से मधुबन थाने की पुलिस द्वारा मारपीट को लेकर निंदा करते हुए इस मामले में विरोध प्रदर्शन करने की नीति तैयार की। इसके बाद करीब सौ से ज्यादा व्यापारियों ने शहीद स्मारक स्थल पर पुलिस के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। विरोध प्रदर्शन की सूचना पर एसडीएम मनोज कुमार तिवारी तथा सीओ अभय सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर व्यापारियों को शांत कराने का प्रयास किया। सीओ ने व्यापारियों को आश्वास्त करते हुए बताया कि मारपीट के आरोप में पुलिस प्रशासन ने उपनिरीक्षक अजय कुमार सिंह तथा आरक्षक पिंटू यादव को लाइन हाजिर कर दिया गया। लेकिन यहां व्यापारियों ने एकमत में दोनों पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराने तथा इस घटना में शामिल दूसरे पुलिसकर्मियों पर भी कड़ी कार्रवाई की मांग की। साथ ही चेताया कि यह मांगे न होने पर मधुबन तहसील की नौ दुर्गा प्रतिमाओं को विसर्जन नहीं किया जाएगा।
इसके बाद एसडीएम-सीओ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए व्यापारी प्रतिनिधि मंडल के सदस्य पीड़ित व्यापारी के पिता विनोद गुप्ता, बबलू ठठेरा, शंकर मद्देशिया, बृजेश जायसवाल के साथ एक घंटे तक इस मामले में अलग से बैठक की। जिसमें एसडीएम-सीओ ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि घटना में शामिल दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद व्यापारियों ने दुर्गा प्रतिमा के लिए राजी हुए।

यह था मामला
बीते 1 अक्टूबर की शाम व्यापारी पुत्र सुग्गी चौरी से मधुबन आ रहा था। रास्ते में पुलिस से किसी बात को लेकर कहासुनी हुई। जिसके बाद पुलिस व्यापारी पुत्र को थाने में लाई तथा अगले दिन शांति भंग की धारा में चालान कर दिया। व्यापारी पुत्र का आरोप है कि पुलिस द्वारा उसे बुरी तरह से पीटा गया। इस मामले को लेकर बुधवार को मधुबन बाजार के व्यापारियों में उबाल आ गया और सभी व्यापारी अपनी अपनी दुकानें बंद कर सड़क पर आ गए।

मामला संज्ञान में है, इस मामले में पुलिस प्रशासन ने दो पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की। वहीं इस मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है।
मनोज कुमार तिवारी, एसडीएम मधुबन

व्यापारी से मारपीट के आरोप में जांच कराने पर पता चला कि व्यापारी ने बाइक खड़ी करने पर पुलिस को काफी देर तक गाली दी गई। लेकिन इस मामले में उपनिरीक्षक तथा सिपाही को लाइन हाजिर करते हुए इसकी जांच सीओ सिटी को दी गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
त्रिभुवननाथ त्रिपाठी, एएसपी, मऊ

मधुबन थाना क्षेत्र के एक व्यापारी से मारपीट के मामले में बुधवार की दोपहर तहसील क्षेत्र के सभी व्यापारी लामबंद हो गए। शहीद स्मारक स्थल पर पहले बैठक करने के बाद व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। व्यापारियों के प्रदर्शन की सूचना पर एसडीएम- सीओ मधुबन मौके पर पहुंचे और मारपीट के दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने की सूचना देकर विरोध शांत कराने की कोशिश की। लेकिन व्यापारियों ने एकमत में दोनों पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। साथ ही चेताया कि मांग पूरी न होने पर मधुबन तहसील का दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन नहीं किया जाएगा। जिस पर व्यापारियों की बैठक कर एक टीम गठित कर मामले में दोषी पुलिसकर्मियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने की बात कही। जिसके बाद व्यापारियों ने मूर्ती विसर्जन करने के लिए स्वीकृति दी।

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