नोएडा: नोएडा में ईरानी हिजाब क्रांति की आग देखने को मिली है। क्रांति की चिंगारी भड़की तो महिलाओं ने सामने आकर ईरान की महिलाओं का समर्थन किया है। ईरानी महिलाओं के समर्थन में देश में कई स्थानों पर प्रदर्शन हुए हैं। लेकिन, नोएडा की महिला के प्रदर्शन का अंदाज कुछ अलग ही रहा। नोएडा की महिला ने अपने बाल काटे। इसका वीडियो बनाया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर शेयर किया। इस विरोध के जरिए उन्होंने ईरानी महिलाओं के प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है। साथ ही, उन्होंने अपने देश में भी महिलाओं की स्थिति की चर्चा शुरू कर दी है।
नोएडा की महिला के समर्थन का यह मामला सोशल मीडिया पर खूब वायरल होने लगा। इसके बाद चर्चा तेज हुई। नोएडा सेक्टर 15ए की रहने वाली डॉ. अनुपमा भारद्वाज की ओर से वीडियो शेयर किए जाने का मामला सामने आने के बाद माहौल गरमा गया है। नोएडा में भी ईरानी हिजाब क्रांति की चर्चा होने लगी है। इंस्टाग्राम पर उनके इस विरोध को लेकर यूजर्स में तरह-तरह की चर्चा होने लगी। इसके अलावा ट्विटर पर भी यह वीडियो वायरल होने लगा। वायरल वीडियो में डॉ. अनुपमा अपने बाल काटती दिखाई दे रही हैं। उन्होंने इसे ईरानी महिलाओं के समर्थन से जोड़ा है।
डॉ. अनुपमा ने इस मामले में कहा है कि हम 21वीं सदी में हैं। दुनिया अंतरिक्ष में जाने की बात कर रही है। महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और दूसरी तरफ इस प्रकार के मामले सामने आ रहे हैं। ये घटनाएं दुखद हैं। हम आज किसी घर्म या मजहब की बात नहीं कर रहे। बात महिला अधिकारों की हैं। देश में भी महिलाओं के सामने कई प्रकार की समस्याएं हैं। उन पर बात करने की जरूरत है। यह उचित समय है, जब महिलाओं के अधिकारों और उनकी समस्याओं पर बात हो सकती है। धर्म और समाज की आड़ लेकर महिलाओं का शोषण उचित नहीं है। महिलाओं के अधिकारों का गला नहीं घोंटा जा सकता है।
ईरान में गरमाया हुआ है मामला
ईरान में 22 वर्षीय महसा अमिनी ने हिजाब नियमों का उल्लंघन किया था। उसे पुलिस हिरासत में लिया गया। हिरासत में ही महसा अमिनी की मौत हो गई। मामला सामने आया कि मॉरल पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद लगातार प्रताड़ित किया। हिरासत में उसकी तबीयत बिगड़ी। महसा कोमा में चली गई। बाद में उसकी मौत हो गई। मामला सामने आने के बाद ईरान की सड़कों पर उतर कर सैंकड़ों लोगों ने विरोध दर्ज कराया। इसके बाद विरोध की आग पूरे ईरान में फैल गई। अब यह आग विश्व के अन्य देशों तक पहुंच रही है।
लिसिप्रिया ने भी काटे बाल
नई दिल्ली में ईरानी एंबेसी के सामने लिसिप्रिया कंगुजामो ने भी अपने बाल काटकर अपना विरोध जताया। 11 वर्षीय क्लाइमेट एक्टिविस्ट लिसिप्रिया ने कहा कि कोई भी भारतीय महिला आज के समय में ईरानी महिलाओं के प्रति सही तरीके से एकजुटता नहीं दिखा रही हैं। मैं उनके विरोध के साथ अपनी एकजुटता प्रदर्शित करती हूं। उन्होंने कहा कि मैं ईरानी बच्चों की स्वतंत्रता के लिए ईरानी दूतावास के सामने अपने बाल काट रही हूं।
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